Fact Check: पीएम मोदी के इजरायल दौरे के पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ किया जा रहा है वायरल
विश्वास न्यूज ने इस वीडियो की जांच के लिए इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें दूरदर्शन के आफिशियल यूट्यूब चैनल पर 6 जुलाई 2017 को अपलोडेड एक वीडियो मिला जिसमें इस वायरल क्लिप को देखा जा सकता है।
नई दिल्ली विश्वास न्यूज। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें में पीएम मोदी कुछ लोगों के साथ कांच के गिलास में कुछ पीते हुए दिख रहे हैं। वायरल वीडियो को शेयर कर यह कहने की कोशिश की जा रही है कि प्रधानमंत्री ने विदेशियों के साथ शराब पी। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है।
विश्वास न्यूज ने इस वीडियो की जांच के लिए इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें दूरदर्शन के आफिशियल यूट्यूब चैनल पर 6 जुलाई 2017 को अपलोडेड एक वीडियो मिला जिसमें इस वायरल क्लिप को देखा जा सकता है। डिस्क्रिप्शन के अनुसार ये वीडियो जुलाई 2017 में पीएम मोदी के इजरायल के दौरे का है। दौरे के आखिरी दिन पीएम मोदी हाइफा शहर के डोर बीच गए थे, जहां उन्होंने ने इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ चलते-फिरते वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट का दौरा किया था। यह फिल्ट्रेशन प्लांट समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनाता है। मौके पर प्लांट में साफ हुए समुद्री के पानी को प्रधानमंत्री मोदी समेत वहां मौजूद सभी लोगों ने पिया था और यह वायरल वीडियो भी उसी समय का है।
विश्वास न्यूज को यह वीडियो 6 जुलाई 2017 को प्रधानमंत्री मोदी के आफिशियल यूट्यूब चैनल पर भी अपलोडेड मिला। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था 'अनुवादित: पीएम मोदी हाइफा शहर के डोर बीच गए, जहां उन्होंने GAL मोबिल वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट का दौरा किया।'
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर Chand Chaudhary Aazad नाम के एक फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। यूजर उत्तर प्रदेश का रहने वाला हैं और उसके कुल 4.9K फेसबुक फ्रेंड्स हैं। निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। वायरल वीडियो 2017 का है जब प्रधानमंत्री मोदी ने इसराइल दौरे के दौरान मोबिल वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट द्वारा साफ़ किया गया समद्र का पानी पिया था।
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