Fact Check: नायर अस्पताल मुंबई के डीन नहीं हैं डा. तरुण कोठारी, मास्क पहनने से नहीं होती है मौत
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावा गलत पाया। डा. तरुण कोठारी नायर अस्पताल मुंबई के डीन नहीं हैं। इसके अलावा एम्स के डाक्टर ने मास्क लगाने से बीमारियां होने की बात को अफवाह बताया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कोरोना के दैनिक मामलों में एक बार फिर से इजाफा हुआ है। पिछले कुछ दिनों में हर रोज ढाई लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर 1.34 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है। वीडियो में एक शख्स कह रहा है कि मास्क पहनने से कई तरह की बीमारियां हो जाएंगी। इससे मौत तक हो जाएगी। साथ ही वह लोगों से शारीरिक दूरी का पालन करने को भी मना कर रहा है। वैक्सीन नहीं लगाने के लिए भी वह लोगों से अपील कर रहा है। वीडियो में दिख रहा शख्स खुद को डा. तरुण कोठारी बता रहा है। दावा किया गया है कि डा. तरुण कोठारी नायर अस्पताल मुंबई के डीन हैं।
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में दावा गलत पाया। डा. तरुण कोठारी नायर अस्पताल मुंबई के डीन नहीं हैं। इसके अलावा एम्स के डाक्टर ने मास्क लगाने से बीमारियां होने की बात को अफवाह बताया है।
वायरल वीडियो में सबसे पहले 'विश्वास न्यूज' ने नायर अस्पताल मुंबई के डीन के बारे में सर्च किया। पता चला कि उसका पूरा नाम बी. वाई. एल. नायर चैरिटेबल हास्पिटल है। हास्पिटल में संपर्क किया तो बताया गया कि वहां के डीन का नाम डा. तरुण कोठारी नहीं, बल्कि डा. रमेश भारमल है।
इसके बाद 'विश्वास न्यूज' ने वीडियो में दिख रहे डा. तरुण कोठारी को सर्च किया। इसमें 23 जुलाई 2021 को नवभारत टाइम्स में छपी खबर का लिंक मिला। इसके अनुसार, तरुण कोठारी का वीडियो वायरल होने पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर लिया है। वह दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में रहते हैं। राजस्थान के उदयपुर के एक मेडिकल कालेज से उन्होंने एमबीबीएस और एमडी रेडियोलाजिस्ट किया है। वह 'विश्व शक्ति पार्टी' दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। डा. तरुण कोठारी चांदनी चौक से लोकसभा और नांगलोई जाट से विधानसभा चुनाव के अलावा पीरागढ़ी से पार्षद के चुनाव में भी उतर चुके हैं।
'विश्वास न्यूज' ने तरुण कोठारी से बात की। उन्होंने कहा, मैं नायर अस्पताल मुंबई का डीन नहीं हूं। किसी ने मेरे वीडियो पर ऐसा लिखकर वायरल कर दिया होगा। मैं इंडो-अमेरिकन हेल्थ केयर में प्रैक्टिस करता हूं। मैंने ही मास्क से बीमारी की बात कही है।
इसके बाद मास्क से बीमारी होने की बात की पड़ताल की। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मास्क संक्रमण को बढ़ने से रोकने और जिंदगी बचाने का मुख्य साधन है। मास्क का उपयोग सबको करना चाहिए। शारीरिक दूरी का पालन करें, भीड़भड़ वाली जगहों से बचें, बंद जगहों और लोगों के पास ज्यादा नजदीक जाने से बचें, इंडोर वाली जगहों पर अच्छा वेंटिलेशन हो, हाथों को नियमित रूप से साफ करें और छींक व खांसी आने पर नाक को कवर करें।
पीआईबी ने भी 14 जनवरी 2022 को ट्वीट करके अपील की है कि ऐसे फर्जी वीडियो को फारवर्ड मत करें और कोविड से बचाव के लिए मास्क, टीकाकरण व शारीरिक दूरी जैसे कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें।
इस बारे में एम्स के डा. नीरज निश्चल का कहना है, यह अफवाह है। मास्क आपकी जान बचाता है, बीमार नहीं करता है। प्रापर मास्क ठीक तरह से पहनेंगे तो जान बचेगी, बीमार नहीं होंगे। वैक्सीनेशन के बारे में उन्होंने कहा, वैक्सीन इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए दी जाती है कम करने के लिए नहीं। इससे इम्युनिटी कम होने वाली बात भी गलत है।
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