Web series review: ''कहने के हमसफर हैं 2'' - दूसरी शादी और प्यार पर अलहदा कहानी
कहने को हमसफर हैं का दूसरा भाग दर्शकों के सामने है। रौनित रॉय मोना सिंह गुरप्रीत कोहली अपूर्व अग्निहोत्री इसमें अहम भूमिका में हैं।
शो : कहने को हमसफर हैं 2
कलाकार : रौनित रॉय, मोना सिंह, गुरप्रीत कोहली, अपूर्व अग्निहोत्री
प्रोडयूसर : एकता कपूर
लेखक : विभा सिंह, जया
क्रियेटिव डायरेक्टर : जसप्रीत कॉर आहूजा
चैनल : ऑल्ट बालाजी
रेटिंग : 3 स्टार
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। कहने को हमसफर है का दूसरा सीजन दर्शकों के सामने आ चुका है. ऑल्ट बालाजी के लोकप्रिय वेब शोज में से एक कहने को हमसफर हैं के पहले भाग ने काफी लोकप्रियता हासिल की थी. और जिस मोड़ पर शो ने सीजनल ब्रेक लिया था, कहानी के दूसरे सीजन की शुरुआत वहीं से हुई है. निस्संदेह यह ऑल्ट बालाजी के प्रिय शोज में से एक है और इसके कलाकार दर्शकों के चहेते रहे हैं.
इस शो की कहानी तीन किरदारों के इर्द-गिर्द है. पूनम, रोहित और अन्नया. पूनम रोहित की एक्स पत्नी है. लेकिन उसकी बच्चियों की मां है. अन्नया रोहित की वर्तमान पत्नी है. लेकिन अन्नया रोहित के परिवार को एक अहम हिस्सा मानती है और बहुत हद तक रोहित को सपोर्ट करने की कोशिशें कर रही हैं. अब तक आठ एपिसोड स्ट्रीम हो चुके हैं और इन आठ एपिसोड में कहानी में इस बार रोहित और अन्नया की शादीशुदा जिंदगी के चैलेंज दिखाये जा रहे हैं. जहां पहले सीजन में पूनम और उसका परिवार फोकस में था. रोहित पहली शादी से मुक्त होते हुए भी अपनी बेटियों की जिंदगी की वजह से पूनम से दूर नहीं हो पाया है. वही पूनम की जिंदगी में एक नये इंसान की एंट्री हो रही है तो दूसरी तरफ अन्नया की जिंदगी में भी उसके बॉस हैरी की अहमियत है.
हैरी अन्नया को पसंद करता है. लेकिन अन्नया अपने पति के प्रेम में पागल है. इन सबके बीच की ही उलझन-सुलझन के बीच कहानी आगे बढ़ रही है. पहले सीजन में जहां अन्नया और रोहित की प्रेम कहानी अधिक केंद्र में थी. इस बार परिवार फोकस में है. एक लिहाज से एक्स्ट्रा मेरेटियल अफेयर और उससे जुड़े रिश्तों को लेकर यह एक सुलझी कहानी नजर आती है, जहां पूनम अपनी पति की नयी पत् नी से खफा नहीं, बल्कि उसके साथ वाइन ग्लास के साथ चीयर्स करती भी नजर आती है.
यह आज की महिलाओं की कहानी है, जो देवदास होने में यकीन नहीं करती है. पूनम जो दो बच्चियों की मॉम है, वह अपनी जिंदगी में नयापन लाने की कोशिश कर रही है और नयी चीजें ट्राइ करना चाहती है. लेकिन अब भी किसी अनजान व्यक्ति को अपनी जिंदगी में दोबारा दाखिल देने के लिए उसके मन में झिझक है. रोहित और अन्नया शादी से पहले जितने बेफिक्र होकर करीब थे. अभी परिवार के मामलों में उलझे हुए हैं. कहानी बखूबी पिरोयी गयी है, जो कि अब तक के आठ एपिसोड में नजर आती है. लेकिन कभी-कभी इतने बेहतरीन कलाकारों की मौजूदगी के बावजूद उनका अति अभिनय बोर करता है.
इस शो की खासियत यह भी है कि एपिसोड का फाइनल क्लाइमेक्स अहम मोड़ पर खत्म होता है, जिससे कि दर्शक इसे देखने के लिए और उत्सुक रहें. इस बार की कहानी में चौथे व्यक्ति हैरी की कहानी भी दिखाई जा रही है, जो कि रोहित और अन्नया के बीच गलतफहमियों का कारण बनता है. शो की खासियत यह भी है कि कहानी एकता कपूर के टीवी शोज की तरह बेवजह खींचते नजर नहीं आ रहे हैं. हर एपिसोड में नये मुद्दे के साथ कहानी की शुरुआत होती है. इस बार रोहित से अधिक पूनम और अनन्या की जिंदगी पर भी फोकस है. इस लिहाज से भी उन महिलाओं की स्थिति को दर्शाने की कोशिश की जा रही है, जो महिलाएं शादी को लेकर और शादी के बाद ऐसी परिस्थिति से गुजरती हैं. अन्नया और पूनम दोनों के ही स्वभाव में कंट्राडिक् शन है. लेकिन दोनों ही अपने परिवार और पति की खुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार है.
यह शो इस लिहाज से भी रियलिस्टिक अप्रोच दर्शाता है कि शो में बेवजह अन्नया को इंडिपेंडेंट वीमन और अपने शर्तों पर जीने वाली लड़की दिखाने के लिए उसे स्टीरियोटाइप मटरगस्ती और शराबी बनते नहीं दिखाया है. वहीं पूनम को भी अबला नारी, जो कि हर दम आंसू बहाती रहे और अन्नया से बदला लेने की कोशिश करती और साजिशें रचती हुई नहीं दिखाई गयी है. आमतौर पर प्यार के पहलुओं पर आधारित बनने वाले शोज के घिसे-पिटे ढांचे को तोड़ने की इस शो की कोशिशें अच्छी है. सेक्स से परे आपसी समझदारी और एक दूसरे को सम्मान देना भी प्यार के वसूल हैं. उसे भी बखूबी दर्शाया गया है. इन कलाकारों के अलावा सुचित्रा पिल्लई बेहतरीन अंदाज में नजर आ रही हैं. वह शो में हमूयर एंगल दर्शाती रहती हैं. यही इस शो को नयापन देती है. आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि मेकर्स कहानी को कौन सा मोड़ देते हैं.