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Mirzapur 2: 'मीरजापुर' की हिंसक छवि के आरोप पर बोले 'मिर्ज़ापुर' के मेकर्स- 'ये एक काल्पनिक कहानी है'

Mirzapur 2 वेब सीरीज़ पर मीरजापुर की हिंसक छवि दिखाने को लेकर कार्रवाई की मांग की गई। हालांकि हिंसक छवि फैलाने के आरोप पर मेकर्स का कहना है कि ये वेब सीरीज़ पूरी तरह से काल्पनिक है ।

By Rajat SinghEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 08:31 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:22 AM (IST)
Mirzapur 2: 'मीरजापुर' की हिंसक छवि के आरोप पर बोले 'मिर्ज़ापुर' के मेकर्स- 'ये एक काल्पनिक कहानी है'
मिर्ज़ापुर पोस्टर ( फोटो इंस्टाग्राम से ली गई है। )

नई दिल्ली, जेएनएन। Mirzapur 2: अमेज़न प्राइम वीडियो की वेब सीरीज़ 'मिर्ज़ापुर' को लेकर फैंस के बीच उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के जिले 'मीरजापुर' की सांसद अनुप्रिया पटेल खुश नज़र नहीं आईं। उन्होंने वेब सीरीज़ पर मीरजापुर की हिंसक छवि दिखाने को लेकर कार्रवाई की मांग की। हालांकि, हिंसक छवि फैलाने के आरोप पर मेकर्स का कहना है कि ये वेब सीरीज़ पूरी तरह से काल्पनिक है।

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मेकर्स ने क्या कहा

वेब सीरीज़ पर लगे इस आरोप पर निर्देशक गुरमीत ने दैनिक जागरण डॉट काम से बातचीत के दौरान कहा- 'मेरे हिसाब से व्यूज़ के लिए सब लोग ओपेन हैं। हमारे देश में होना भी चाहिए। जैसा लोगों को ठीक लगे, उस पर बातचीत भी करनी चाहिए। बाकि हम लोगों ने ईमानदारी से एक काल्पनिक कहानी कहने की कोशिश की है। जोकि एंटरटेनिग है और पल्पी है। ना तो हम यह हिंसा को प्रोपेगेट करना चाहते हैं। वैसे लोकत्रंत में बातचीत होनी चाहिए। ये सही है।'

हमने दिखाया हिंसा में सिर्फ दर्द ही दर्द है- श्वेता त्रिपाठी

वेब सीरीज़ में गोलू गुप्ता का किरदार निभाने वाले श्वेता त्रिपाठी का कहना है- 'हमने दिखाया है कि अगर गन या हिंसा का रास्ता चुना है, तो उसमें सिर्फ दर्द ही दर्द है। यह चीज़ मिर्ज़ापुर से सीखने को मिलती है। यहां तक फैन भी ये बात कह रहे हैं कि मनोरजंन अपनी जगह, सीज़न 2 से सीखने को बहुत कुछ मिला है।'

कैसा है असली मीरजापुर

वेब सीरीज़ का नाम मिर्ज़ापुर है। लेकिन वहीं, जिले के नाम को लेकर हमेशा एक बहस का विषय देखने को मिला है। स्टेशन पर नाम 'मिर्ज़ापुर' लिखा मिलता है, तो वहीं जिला आधिकारी के कार्यलय पर यह नाम 'मीरजापुर' लिखा जाता है। इसको लेकर लगातार मांग चलती रहती है। वहीं, जैसा वेब सीरीज़ में दिखाया गया है कि मिर्ज़ापुर में कालीन का कारोबार होता है। लेकिन वास्तविकता में मीरजापुर से सटा एक जिल है भदोही। भदोही देश के साथ विदेशों में भी अपने कालीन के मशहूर है।

हिंसा के मामले में भी मीरजापुर काफी शांत रहा है। पूर्वांचल में क्राइम का पुराना इतिहास रहा है। लेकिन मीरजापुर से ऐसा कोई बाहुबली नहीं आया, जिसने पूरे राज्य या देश में सुर्खियां बटोरी हैं। जबकि पूर्वांचल में कई ऐसे बाहुबली रहे हैं, जिन्होंने राजनीति और क्राइम दोनों जगह सुर्खियां बटोरी हैं। इसके अलावा वेब सीरीज़ में गंगा नदीं का जिक्र कहीं देखने को नहीं मिलता है। ख़ास बात है कि मीरजापुर गंगा नदी के किनारे बसा है।  मीरजापुर में ही फेसम विध्याचंल मंदिर भी मौजूद है। बालू, पत्थर और मछली का बड़ा व्यापर है। इन सबका जिक्र भी वेब सीरीज़ में देखने को नहीं मिलता है। 


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