Lockdown के बीच टीवी एक्टर ने बयां किया दर्द, ‘कोरोना नहीं इस वजह से हमारी जान चली जाएगी’
कोरोना वायरस महामारी की वजह इस वक्त देश में लॉकडाउन हैं। हालांकि सावधानियों के साथ कुछ दफ्तर फिर से खोल दिए गए हैं लेकिन फिल्मों और टीवी इंडस्ट्री की शूंटिग अभी भी बंद है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी की वजह इस वक्त देश में लॉकडाउन है। हालांकि सावधानियों के साथ कुछ दफ्तर फिर से खोल दिए गए हैं, लेकिन फिल्मों और टीवी इंडस्ट्री की शूंटिग अभी भी बंद है। ऐसे में एक फेमस टीवी एक्टर ने शूटिंग बंद होने से होने वाली परेशानियों को लेकर अपना दर्द बयां किया है। टीवी एक्टर विनीत रैना ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो अपनी तकलीफ बता रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अपील कर रहे हैं कि शूटिंग फिर से शुरू करवा दें वरना बिना काम के लगातार हो रहे खर्चों से उनकी जान तक जा सकती है।
वीडियो में विनीत ने कहा, ‘दो महीनों तक बिना कोई कमाई किए हुए मुझे ये एहसास हुआ कि मैं भी किसी करोनो वॉरियर से कम नहीं हूं। एक जंग मैं घर में रहकर अपने देश की सुरक्षा के लिए लड़ रहा हूं। और दूसरी जंग मैं अपने घर के खर्चों से लड़ रहा हूं। क्योंकि मैं दो महीने से जिस घर में बंद हूं उस घर का किराया मुझे देना है, मेरी किश्ते जानी हैं, बिजली का बिल देना और अपने भी खर्चे हैं। किसी ने सोचा है इस बारे में कि शूटिंग कब शुरू होगी? मेरे पास तो शो है तो आज नहीं तो कल लॉकडाउन खुलने के बाद मैं फिर से काम करने लग जाऊंगा लेकिन जिनके पास शो नहीं हैं उनका क्या होगा?
'कल जब लॉकडाउन खुल जाएगा तो बिजनेसमैन अपना बिजनेस शुरू कर देगा, रेस्टोरेंट वाला रेस्टोरेंट खोल लेगा, रेहड़ी वाला रेहड़ी लगा लेगा, दुकानदार अपनी दुकान खोल लेगा.. सबके पैसे आना शुरू हो जाएंगे। लेकिन कलाकार क्या करेगा, हम तो वर्क फ्रॉम होम भी नहीं कर सकते हमें तो शूटिंग पर ही जाना पड़ेगा। हमें तो हमारे काम का पैसा ही दो-दो महीने बाद मिलता है मसलन मुझे अभी जनवरी-फरवरी में काम करने का पैसा नहीं मिला है। इसलिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे से अपील करता हूं कि कलाकार के बारे में सोचें। जो भी सावधानी बरतनी होगी हम बरतेंगे, लेकिन शूटिंग शूरू करने के बारे में सोचिए। हम सिर्फ इसी पर निर्भर हैं और हम कुछ नहीं कर सकते। अगर हम इसी तरह घर पर बैठे रहे तो हमारे खर्चे हमारी जान जरूर ले लेंगे’।