'फना-इश्क में मरजावां' एक्ट्रेस रीम शेख ने जानें क्यों कहा, 'रिश्ते में घुटन होना सही नहीं...'
मैं अपने आपको बांधना नहीं चाहती हूं। हां ऐसा होता है कि लोग टीवी कलाकारों वह दर्जा नहीं देते हैं जो सिनेमा के कलाकारों को मिलता है। हालांकि अब धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। टीवी गर्ल बनना मेरे लिए हमेशा से गर्व की बात रही है।
प्रियंका सिंह, मुंबई। कई कलाकार टीवी से फिल्मों में आने के बाद टीवी से दूरी बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अभिनेत्री रीम शेख ने ऐसा नहीं किया। 31 जनवरी से कलर्स चैनल पर शुरू हो रहे शो फना- इश्क में मरजावां में रीम मुख्य किरदार में नजर आएंगी। रीम कहती हैं कि वह कभी ऐसा रिश्ता नहीं चाहेंगी जिसमें आजादी न हो...
फिल्म गुल मकई के बाद आपने खुद को सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं रखा। कई कलाकार टीवी से फिल्मों में जाने के बाद टीवी पर वापसी नहीं करते हैं?
मैं अपने आपको बांधना नहीं चाहती हूं। हां, ऐसा होता है कि लोग टीवी कलाकारों वह दर्जा नहीं देते हैं, जो सिनेमा के कलाकारों को मिलता है। हालांकि अब धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। टीवी गर्ल बनना मेरे लिए हमेशा से गर्व की बात रही है। टेलीविजन पर कितनी मेहनत होती है, लोगों को इसका एहसास नहीं है। फिल्मों को छह से सात महीने मिलते हैं दो घंटे का कंटेंट बनाने के लिए। टीवी पर 25 मिनट का एपिसोड निकालने के लिए हमें सिर्फ 24 घंटे मिलते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि टीवी कलाकारों और कैमरे के पीछे खड़े लोगों को कितनी मेहनत करनी पड़ती है। मैं चाहूंगी कि टीवी कलाकारों की भी सराहना हो, न कि उन्हें किसी से छोटा समझा जाए। टीवी पर रोज आना साथ ही एपिसोड की क्वालिटी को बनाए रखना आसान नहीं है। टीवी में प्रतियोगिता भी बहुत ज्यादा है। इतने चैनल और शो हैं। यहां पर टिके रहना भी मुश्किल होता है, क्योंकि लोगों के पास दूसरे कलाकरों के शो देखने का विकल्प भी होता है। मुझे गर्व होता है कि मैंने अपना सफर टीवी से शुरू किया है और इस पर अब भी काम कर रही हूं।
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इस शो से जुडऩे की सबसे बड़ी वजह आपके लिए क्या रही?
यह टिपिकल सास-बहू ड्रामा नहीं है। मेरे किरदार की जिंदगी हर वक्त कैमरे में कैद की जा रही है। उसके आसपास माइक्रोफोन्स लगे हुए हैं। वह क्या करती है, क्या कहती है, ये सब सामने वाला सुन और देख सकता है, जो काफी दिलचस्प है। इसमें पुरानी बातें नहीं होंगी, जो टीवी पर पहले के शो में होती थीं। एक संदेश भी होगा कि लड़कियों का आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है ताकि जब रिश्ते में अपना स्टैंड लेने की बात आए, तो वे हिम्मत कर सकें।
रिश्ते में लगातार पार्टनर्स का एक-दूसरे पर नजर रखना कितना सही या गलत मानती हैं?
ऐसा हो सकता है कि आप किसी से इतना प्यार करें कि वह एक हद से आगे बढ़ जाए। ऐसा प्यार होना संभव है। एक बात हमेशा याद रखें कि आप किसी से उसकी स्पेस या जिंदगी न छीन लें। किसी रिश्ते में घुटन महसूस होना सही नहीं है। ऐसे रिश्ते ज्यादा वक्त तक टिक नहीं पाते हैं। रिश्ता टाक्सिक नहीं होना चाहिए। बहुत ही पतली लाइन होती है, जब आप यह कहते हैं कि किसी से निस्वार्थ प्यार करते हैं या हद से ज्यादा प्यार करते हैं।
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इस शो में आपके आसपास कैमरा और माइक्रोफोन्स लगे हैं। ऐसे में क्या आप बिग बास जैसे शो का हिस्सा बन सकती हैं, जहां आपकी पर्सनल लाइफ लोगों के बीच आए?
मुझे नहीं लगता है कि मुझसे यह हो पाएगा कि हर वक्त कैमरे की नजर मुझ पर हो। मैं बिग बास शो नहीं कर पाऊंगी।
क्या आपकी जिंदगी में इस वक्त कोई खास है, जो आप पर फना होने के लिए तैयार है?
नहीं, इस वक्त कोई ऐसा नहीं है। मैं बिल्कुल सिंगल हूं। मैं भी चाहती हूं कि कोई हो, जो आपसे निस्वार्थ प्यार करे। मेरे आसपास कई ऐसे लोग हैं, जो मुझसे प्यार करते हैं। इंटरनेट मीडिया पर मेरी अच्छी फैन फालोइंग है। 12 साल के करियर में कई ऐसे फैंस मिले हैं, जो मेरी जिंदगी का हर खास दिन याद रखते हैं।
आप कथक भी सीख रही हैं। क्या किसी प्रोजेक्ट की तैयारी है?
बचपन से ही कथक सीखने का जुनून रहा है। पहले इसे पेशेवर तरीके से सीखने का वक्त नहीं मिला था। मुझे जैसे ही तुझसे है राब्ता शो से बाद वक्त मिला, मैंने कथक सीखना शुरू कर दिया। मुझे घुंघरू बांधकर डांस करना बहुत पसंद है। लाइव म्यूजिक जब बजता है तो उस पर डांस करना आसान नहीं होता है। कथक में खुद को एक्सप्रेस करना बहुत जरूरी है। मैं जब कथक करती हूं तो लगता है कि डांस भी कर रही हूं और अपनी भावनाओं को सामने भी ला पा रही हूं। मैं खुश हूं कि इसके लिए वक्त निकाल पा रही हूं।