पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने रामायण के 'राम' और 'सीता' को किया था पहली बार सम्मानित, दीपिका ने शेयर की फोटो
Ram Sita With Rajiv Gandhi दीपिका की यह तस्वीर ऐसे वक़्त में आयी है जब ट्विटर पर अरुण गोविल ने एक फैन के सवाल के जवाब में कहा था कि उन्हें किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर लगभग 30 साल बाद प्रसारित हुई रामायण ने यादों के कई पिटारे खोल दिये हैं, जिनमें इस धारावाहिक को लेकर कई पुराने क़िस्से फिर से सतह पर आ गये हैं। इस धारावाहिक में मुख्य किरदार निभाने वाले कलाकार अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया और सुनील लहरी सोशल मीडिया के ज़रिए उन यादों को साझा कर रहे हैं।
रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका ने अब इंस्टाग्राम पर एक बेहद दिलचस्प तस्वीर साझा की है, जिसमें राम का रोल निभाने वाले अरुण गोविल, निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर और वो ख़ुद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ नज़र आ रहे हैं।
यह तस्वीर किसी सम्मान समारोह की लगती है। दीपिका ने इसके साथ जानकारी देते हुए लिखा- यह पहली बार था, जब हमें सम्मानित किया गया था। हमें एहसास हुआ कि हम रामायण की महान विरासत के साझीदार थे। हमने इतिहास रचा था। हमें वो दिन अच्छी तरह याद है, जब प्रधान मंत्री से मुलाक़ात करने के लिए हमें दिल्ली से फोन आया था।
रामायण ने भारतीय टीवी के सफ़र में भी एक इतिहास रचा था। इस धारावाहिक की लोकप्रियता ने जो रिकॉर्ड बनाये, वो आज भी कायम हैं। पुन: प्रसारण में भी धारावाहिक ने कामयाबी की नई ऊंचाई हासिल की। राम, सीता और लक्ष्मण के किरदार निभाने वाले कलाकार देशभर में पूज्यनीय हो गये थे।
अवॉर्ड ना मिलने के ट्वीट पर 'राम' ने दी सफ़ाई
दिलचस्प संयोग यह है कि दीपिका की यह तस्वीर ऐसे वक़्त में आयी है, जब ट्विटर पर अरुण गोविल ने एक फैन के सवाल के जवाब में कहा था कि उन्हें किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया। उत्तर प्रदेश से होने के बावजूद, वहीं की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया। हालांकि बाद में अपने इस ट्वीट पर सफ़ाई देते हुए रामायण के राम ने कहा कि वो सिर्फ़ एक सवाल जा जवाब दे रहे थे। अवॉर्ड पाने की उनकी कोई इच्छा नहीं थी। उनके लिए दर्शकों का प्यार ही सबसे पड़ा अवॉर्ड है।
मेरा मंतव्य, प्रश्न का उत्तर देना था।कोई अवार्ड पाने की आकांक्षा नहीं थी।
हालाँकि राजकीय सम्मान का अपना अस्तित्व होता है पर दर्शकों के प्यार से बड़ा कोई अवार्ड नहीं होता जो मुझे भरपूर मिला है। आप सभी के असीम प्रेम के लिए सप्रेम धन्यवाद 🙏! #Ramayan #AwardforRamayan https://t.co/mBEC74tK43" rel="nofollow— Arun Govil (@arungovil12) April 27, 2020
रामायण का पहली बार प्रसारण 25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 के बीच हुआ था। इस कालखंड में राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री पद पर थे।