कभी जिम की फीस भरने के लिए नहीं थे 500 रुपये, आज हर महीने लाखों कमाते है ये एक्टर
इंडस्ट्री में आने के बाद भी कभी आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा? इस सवाल पर निशांत कहते हैं कि मिले जब हम तुम से बड़ी अच्छी शुरुआत हुई। उसके बाद राम मिलाई जोड़ी मिल गया। उस वक्त मैं छोटे पर्दे पर टॉप पर था।
शिखा धारीवाल, मुंबई। 'मिले जब हम तुम' ,'गुड्डन तुमसे न हो पायेगा', 'राम मिलाई जोड़ी', 'रक्षाबंधन' जैसे टॉप सीरियल्स में बतौर लीड नजर आ चुके टेलीविजन एक्टर निशांत मलकानी की गिनती अब टेलीविजन के टॉप एक्टर्स में होती है। हालांकि अब निशांत बेहद लग्जीरियस लाईफ जीते हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब निशांत के पास जिम की फीस भरने के पैसे नही थे। Jagran.com से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में निशांत ने अपने करियर में आए उतार-चढ़ाव के साथ-साथ मुश्किल वक्त के बारे में भी खुलकर बताया कि एक वक्त ऐसा था जब उनके पास पैसे नही होते थे।
निशांत कहते हैं कि मैं किसी बिजनेस फैमिली या अमीर खानदान से नहीं हूं। मेरे पापा ने मेरी और मेरे भाई की पढ़ाई-लिखाई और परवरिश काफी अच्छी तरह से की है, लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं है कि हमारे पास बहुत पैसे थे। निशांत पुराना किस्सा याद करते हुए बताते हैं कि एक वक्त ऐसा भी था जब मेरे पास जिम की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे। असल में जब मैंने मॉडलिंग शुरू की तब मैं अपनी फिटनेस पर ध्यान देना चाहता था और मैं बॉडी बनाने के लिए जिम ज्वाइन करने गया तो पता चला कि पांच सौ रुपये महीने की फीस है। तो मैंने पापा से कहा कि मुझे हर महीने 500 रुपये जिम की फीस भरने के लिए चाहिए, लेकिन पापा ने कहा कि नहीं मेरे पास पैसे नहीं है तो हर महीने मुश्किल होगा। निशांत आगे कहते हैं उस वक्त मैं 500 रुपये की वजह से जिम नहीं ज्वाइन कर पाया। आज हमारे पास जो भी है वह मेरा और मेरे परिवार की मेहनत का नतीजा है। हमे विरासत में कुछ नहीं मिला था।
इंडस्ट्री में आने के बाद भी कभी आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा? इस सवाल पर निशांत कहते हैं कि 'मिले जब हम तुम' से बड़ी अच्छी शुरुआत हुई। उसके बाद 'राम मिलाई जोड़ी 'मिल गया। उस वक्त मैं छोटे पर्दे पर टॉप पर था, लेकिन उस वक्त मैंने कुछ ऐसे डिसीजन ले लिए जिसकी वजह से मुझे काफी खामियाजा भुगतना पड़ा था।
निशांत अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं असल में मुझे उस वक्त कुछ साउथ की फिल्मों के ऑफर आए तो मैंने बिना सोचे -समझे साइन कर ली। उसके अलावा कुछ हिंदी फिल्में भी साइन की थी। इस बीच मुझे लगा कि चलो टीवी से ब्रेक लेकर बड़े पर्दे पर ही फोकस करते हैं। मैंने टेलीविजन से ब्रेक ले लिया और मेरा यह डिसीजन काफी गलत साबित हुआ। बस अच्छी बात यह थी कि मैंने जो साउथ फिल्में साइन की थीं उन फिल्मों का मुझे पेमेंट जरूर पहले ही मिल गया था तो मेरा घर चलता रहा। जबकि वो फिल्में कभी रिलीज ही नहीं हुईं। इस दौरान मेरा किचेन चल रहा था, लेकिन फिर भी मुझे आर्थिक रूप से भी नुकसान हुआ। कई बार emi और दूसरे बिल चुकाने की भी चिंता होती थी।
निशांत अपनी बात खत्म करते हुए कहते हैं, लेकिन मैंने कभी वक्त और परिस्थितियों के सामने हार नहीं मानी। मैंने टीवी में एक बार फिर वापसी की और इस बार मुझे ऑडियंस ने पहली बार से भी ज्यादा ही प्यार दिया। लेकिन इस मुश्किल वक्त ने मुझे इतना जरूर सीखा दिया कि अब मैं करियर से जुड़े फैसलों को फट से करने के बजाय काफी सोच समझ कर करता हूं।