नुसरत जहां के बेटे के बर्थ सर्टिफिकेट से चर्चा में आए एक्टर यश दासगुप्ता 'बंदिनी' और 'ना आना इस देश लाड़ो' में काम कर चुके हैं काम, आपने पहचाना?
बंगाली एक्टर यश दासगुप्ता से उनके लिंक अप और डिलीवरी के दौरान उनकी सक्रियता को देखते हुए माना गया कि यश ही नुसरत के बेटे ईशान के पिता हैं। हालांकि नुसरत ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पश्चिम बंगाल में टीएमसी की एमपी और एक्ट्रेस नुसरत जहां अपनी प्रेग्नेंसी और फिर बच्चे के पिता के नाम को लेकर ख़ूब चर्चा में रहीं। बंगाली एक्टर यश दासगुप्ता से उनके लिंक अप और डिलीवरी के दौरान उनकी सक्रियता को देखते हुए माना गया कि यश ही नुसरत के बेटे ईशान के पिता हैं। हालांकि, नुसरत ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। फिर कोलकाता नगर निगम की वेबसाइट पर बच्चे के जन्म की जानकारी अपलोड हुई तो पिता का नाम निकला- देवाशीष दासगुप्ता।
कहा जा रहा है कि यश दासगुप्ता को ही देवाशीष के नाम से भी जाना जाता है। अगर बंंगाली कलाकार यश दासगुप्ता को आप नुसरत जहां की वजह से ही जानते हैं तो हम आपको जो जानकारी देने जा रहे हैं, उससे तगड़ा झटका लगेगा, क्योंकि यश बंगाली फ़िल्मों में काम करने से काफ़ी पहले हिंदी धारावाहिकों में भूमिकाएं निभाते रहे हैं। और तो और, उन्होंने टीवी की क्वीन एकता कपूर के धारावाहिकों में भी काम किया है। पर लगता है, आप भूल गये हैं। अगर अपनी यादाश्त पर ज़ोर डालेंगे तो यश का चेहरा आपको जाना-पहचाना लगेगा।
यश ने अपना एक्टिंग करियर 2009 में बालाजी टेलीफ़िल्म्स के शो कोई आने को है से शुरू किया था। इस हॉरर शो में उन्होंने कालकेतु नाम का किरदार निभाया था। इसके बाद बालाजी के ही शो बंदिनी में यश ने सूरज धर्मराज महियावंशी नाम का किरदार निभाया, जो रॉनित रॉय अभिनीत मुख्य किरदार धर्मराज शक्ति सिंह महियावंशी के बेटे का था। इसके बाद सागर आर्ट्स के शो बसेरा में यश ने केतन सांघवी का किरदार निभाया था।
कलर्स टीवी के बेहद चर्चित शो ना आना इस देश लाड़ो में यश मुख्य किरदार अम्माजी के पोते के रोल में थे। इनके अलावा महिमा शनिदेव की और अदालत में भी यश अलग-अलग किरदारों में नज़र आए।
2016 में यश ने बंगाली फ़िल्म गैंगस्टर के साथ बंगाली सिनेमा में डेब्यू किया और फिर वहीं के होकर रह गये। यश की आख़िरी रिलीज़ फ़िल्म एसओएस कोलकाता है, जिसमें नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती ने फीमेल लीड रोल निभाये। इस साल बंगाल चुनाव से पहले यश ने बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। उन्होंने चांदीतला विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गये। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद यश और नुसरत की नज़दीकियों की ख़बरें आयी थीं।