KBC 12: केबीसी में 'मनुस्मृति' को लेकर पूछे गये सवाल पर बवाल, शिकायत दर्ज़! जानें- क्यों?
KBC 12 कौन बनेगा करोड़पति में मनुस्मृति से जुड़े एक सवाल को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर ना सिर्फ लोग इस सवाल को लेकर विरोध जता रहे हैं और अब लखनऊ में इसके खिलाफ शिकायत हुई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कौन बनेगा करोड़पति एक ऐसा मंच है, जो लोगों का एंटरटेनमेंट करने के साथ ही प्रतिभागियों को अपने टैलेंट के आधार पर पैसे जीतने का अवसर भी देता है। केबीसी में हर क्षेत्र से जुड़े सवाल प्रतिभागियों से पूछे जाते हैं, लेकिन कई बार सवालों की वजह से भी केबीसी लोगों के निशाने पर आ जाता है। हाल ही में 'मनुस्मृति' से जुड़े एक सवाल को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर ना सिर्फ लोग इस सवाल को लेकर विरोध जता रहे हैं, बल्कि अब तो केबीसी मेकर्स के खिलाफ शिकायत भी दर्ज हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने इस सवाल को लेकर लखनऊ में शिकायत दर्ज करवाई है। लोगों को आरोप है कि इस सवाल से हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंची है। इससे पहले 'मनु स्मृति' को लेकर पूछे गए इस सवाल पर फ़िल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शो पर कम्युनिस्ट्स का कब्जा हो गया है। हालांकि, कई लोगों ने इस सवाल को लेकर हो रहे विरोध को गलत भी बताया है।
क्या है वो सवाल?
शुक्रवार रात प्रसारित कर्मवीर स्पेशल एपिसोड में अमिताभ बच्चन ने मनु स्मृति से जुड़ा सवाल पूछा। जैसा वीडियो में दिखाया गया है, सवाल है- 25 दिसंबर 1927 को डॉ. बी. आर. आंबेडकर और उनके अनुयायियों ने किस धर्मग्रंथ की प्रतियां जलाई थीं?। इसके लिए चार विकल्प दिए गए- A) विष्णु पुराण B) भगवत गीता C) ऋग्वेद D) मनु स्मृति। प्रतिभागी मनु स्मृति के विकल्प को चुनता है और वह जवाब सही निकलता है।
KBC has been hijacked by Commies. Innocent kids, learn this is how cultural wars are win. It’s called coding. pic.twitter.com/uR1dUeUAvH— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) October 31, 2020
लोगों का आरोप है कि इस ऑप्शन में सिर्फ एक धर्म विशेष की पुस्तकों का जिक्र किया गया है, जो गलत है। वहीं, लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में शनिवार को कौन बनेगा करोड़पति शो के खिलाफ अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि कुमार त्रिवेदी ने गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने इस सवाल पर आरोप लगाया कि यह बेहद आपत्तिजनक है और समाज में जातिगत मतभेद फैलाने वाला व सम्पूर्ण भारत में हिन्दू समाज को आपस में संघर्ष के लिए भड़काने वाला है।