फिल्म रिव्यू: मुन्ना माइकल है मनोरंजन का अच्छा पैकेज
''मुन्ना माइकल'' एक पैकेज है मनोरंजन का जो फिल्म के जरिए दर्शकों तक पहुंचाया जा रहा है।
- पराग छापेकर
मुख्य कलाकार: टाइगर श्रॉफ, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, निधि अग्रवाल
निर्देशक: सब्बीर खान
निर्माता: विकी राजानी और सुनील लुल्ला
स्टार: साढ़े तीन स्टार
किसी भी कमर्शियल फिल्म की सबसे बड़ी चुनौती होती है कि प्रिडिक्टेबल स्टोरी होने के बावजूद भी एक एंगेजिंग फिल्म बनाना। एेसा करने में डायरेक्टर सब्बीर खान पूरी तरह सफल हुए हैं। फिल्म ''मुन्ना माइकल'' की कहानी माइकल जैक्सन के एक एेसे फैन की है जो उसे भगवान की मानता है। मुन्ना का काम छोटे क्लब्स में चैम्पियंस को हराकर पैसा कमाना है। यही उसकी रोजी-रोटी है। एेसे में डांस उसको कैसे दूसरे शहरों में लेकर जाता है यह बखूबी दिखाया गया है। दिल्ली में मुन्ना की मुलाकात नवाजुद्दीन सिद्दीकी से होती है जो एक फौजी की भूमिका में हैं। नवाज दिल्ली में है। यह फौजी एक क्लब डांसर से प्यार करता है जिसका नाम है डॉली है। डॉली को इम्प्रेस करने के लिए फौजी अपने दोस्त टाइगर का सहारा लेता है। और आगे किस तरह प्यार परवान चड़ता है फिल्म में बखूबी दिखाया गया है। खास बात कि यह फिल्म इन तीनों के जीवन में डांस फैक्टर कितना महत्वपूर्ण है यह दर्शाती है। इसी ताने-वाने पर बुनी गई है ये फिल्म 'मुन्ना माइकल'।
क्यों देखें: नवाजुद्दीन सिद्दीकी और टाइगर की शानदार परफॉर्मेंस के लिए देखें। नवाज ने फौजी की भूमिका में एक नया आयाम छुआ है। फिल्म के लीड एक्टर टाइगर श्रॉफ ने शानदार डांस मूव्स किए हैं और उनकी बॉडी भी लाजवाब है। ये फिल्म उन दर्शकों के लिए है जो वाकई कुछ हटकर देखना चाहते हैं। ये रेगुलर कमर्शियल मसाला फिल्म नहीं है। ये सिर्फ बुद्धिजीवियों को ही पसंद आएगी।
क्यों नहीं देखें: हां, कुछ लॉजिकल फॉल्ट्स हैं फिल्म में जो हर कमर्शियल फिल्मों में अक्सर होते हैं। इन्हें नजरअंदाज़ किया जा सकता है।
परफॉर्मेंस:
परफॉर्मेंस लेवल पर बात करें तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हमेशा की तरह इस बार भी शानदार परफॉर्म किया है। टाइगर श्रॉफ जिस तरह से अपनी पहली फिल्म में अंडरप्ले करते नज़र आए थे यहां पर भी वो अंडरप्ले करते नज़र आ रहे हैं। उन्हें अभी दिखाना होगा कि वो अभिनय के कितने आयाम मौजूद हैं। फिल्म में हीरोइन निधि अग्रवाल ने बॉलीवुड में डेब्यू किया है जिन्होंने कॉन्फीडेंट एक्टिंग की है। साथ ही साथ रॉनित रॉय जो की शानदार एक्टर रहे हैं। रॉनित के साथ फिल्म में न्याय नहीं हो पाया। लेकिन फिल्म में उनका जितना भी स्क्रीन प्रेजेंस रहा वो पूरी तरह से बेहतरीन किया है।
कुलमिलाकर कहा जाए तो ''मुन्ना माइकल'' सब्बीर खान मतलब एक डायरेक्टर की फिल्म है। उन्होंने प्रिडिक्टेबल स्टोरी होते हुए भी दर्शकों को एंगेज करने वाला स्क्रीनप्ले रचा है। बात करें म्यूजिक की वो भी बहुत अच्छा है। म्यूजिक मीत ब्रदर्स और तनिष्क बागची ने दिया है। डांस की बात की जाए तो कोरियोग्राफी कमाल की हुई है। साथ ही साथ प्रोडक्शन वेल्यू ग्रैंड लेवल पर है। एेसा कहा जा सकता है कि एक पैकेज है मनोरंजन का जो फिल्म के जरिए दर्शकों तक पहुंचाया जा रहा है।
अवधि: 2 घंटे 20 मिनट