EXCLUSIVE INTERVIEW: मैं दुनिया को बदलने की कोशिश नहीं कर रही- सोनम कपूर
‘रांझणा’ के बाद से मैं अपनी पसंदीदा फिल्में कर रही हूं। वे फिल्में बतौर कलाकार मुझे किस प्रकार प्रभावित कर रही हैं। उसमें मेरे किरदार में क्या नया है। मैं बस यही देखती हूं।
[स्मिता श्रीवास्तव]। बॉलीवुड की फैशन आइकॉन सोनम कपूर कुछ समय पहले अपनी शादी को लेकर चर्चा में थी। अब वे एक बार फिर से अपनी फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' को लेकर सुर्खियों में हैं। फिल्म में उनका एक बेहद ही बिंदास और बोल्ड वाला अवतार है जिसे दर्शक काफी पसंद भी कर रहे हैं। फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ उनके लिए कई मायनों में खास है। कई दिनों से एक अदद फिल्म की तलाश, शादी के बाद उनकी पहली फिल्म और महिला किरदारों पर आधारित इस फिल्म से उन्हें काफी उम्मीदें हैं। फिल्म में उनके साथ करीना कपूर खान भी हैं, दोनों पहली बार स्क्रीन शेयर कर रही हैं। फिल्म और जिंदगी के विभिन्न पहलुओं पर सोनम ने साझा की दिल की बातें...
शादी के बाद आप लगातार व्यस्त हैं। इस साल को अपनी जिंदगी की किताब में कैसे दर्ज करेंगी?
हां, व्यस्त तो हूं। मगर काम के साथ समझौता नहीं करती। आपके पास काम होता है तो शिकायत नहीं होती। काम होना अहम है। ‘नीरजा’ के बाद मुझे दो साल इंतजार करना पड़ा। दरअसल, उसके बाद ‘पैडमैन’ और ‘वीरे दी वेडिंग’ की शूटिंग आरंभ होनी थी। दोनों की शूटिंग में विलंब हो गया। उसके चलते बैक टू बैक फिल्में आ रही हैं।
कान फिल्म फेस्टिवल इस बार ऐतिहासिक रहा...
बिल्कुल। फेस्टिवल में 89 फिल्ममेकर्स ने लैंगिक असमानता को लेकर रेड कार्पेट पर विरोध प्रकट किया। महिलाओं के खिलाफ पूरी दुनिया में हो रहे भेदभाव के खिलाफ यह प्रदर्शन आश्चर्यजनक था। यह ऐसा मंच था जहां से आवाज उठाई गई और उसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनी गई।
‘वीरे दी वेडिंग’ और आपकी वेडिंग में कुछ कॉमन रहा?
नहीं। दोनों में कुछ भी कॉमन नहीं रहा।
फिल्म में लड़कियों का गैंग है। निर्माता भी आपकी बहन और एकता कपूर हैं। आपका इस गैंग के बारे में क्या कहना है?
हमारा समाज पितृसत्तात्मक है। हमारी कोशिश लोगों की महिलाओं के प्रति सोच बदलने की है। मसलन महिलाएं भी कमर्शियल हिट फिल्म देने में सक्षम हैं। वे भी एंटरटेनिंग फिल्में बना सकती हैं। हमारी भी अपनी पसंद और नापसंद हो सकती है। हमारी भी कुछ कमजोरियां या ताकत हो सकती हैं।
फिल्म का सबसे यादगार क्षण क्या रहा?
गानों की शूटिंग। हम सबको डांस करना बेहद पसंद है। हम सभी कलाकारों करीना, स्वरा और शिखा तलसानिया में काफी बनती है। फिल्म का टाइटल सांग वीरे वीरे है। उसकी शूटिंग बैंकाक में की। उसे शूट करने में बहुत मजा आया।
आपकी फिल्मों के चयन में बदलाव दिख रहा है?
‘रांझणा’ के बाद से मैं अपनी पसंदीदा फिल्में कर रही हूं। वे फिल्में बतौर कलाकार मुझे किस प्रकार प्रभावित कर रही हैं। उसमें मेरे किरदार में क्या नया है। मैं बस यही देखती हूं। मैं दुनिया को बदलने की कोशिश नहीं कर रही।
नीना गुप्ता आपकी मां की भूमिका अदा कर रही हैं। उनके साथ काम का कैसा अनुभव रहा?
मैं उनके साथ काम करने की बेहद इच्छुक थी। उनकी बेटी मसाबा मेरी बेस्ट फ्रेंड में से एक हैं। फिल्म में मां बेटी का रिश्ता बहुत खूबसूरत दिखाया है। मेरे किरदार का नाम अवनि है। वह वकील है। लोगों का तलाक करवाती है। साथ ही पारंपरिक लड़की है। किरदार को लेकर मैंने तैयारी की। मेरी कजिन सफल मेट्रीमोनियल वकील है। उसके साथ मैंने कोर्ट की कार्यप्रणाली को समझा। वकीलों के तौर-तरीकों को जाना। आजकल तलाक बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि इसका कारण है कि महिलाएं अपने आत्मसम्मान को लेकर जागरूक हुई हैं। वह घरेलू हिंसा बर्दाश्त नहीं करतीं। अगर दोनों में आपस में नहीं बनती है तो साथ रहने का कोई मतलब नहीं है। पहले समाज के कारण महिलाएं चुप रह जाती थीं। अब वैसा नहीं है।
करीना से आपकी दोस्ती कब से है?
मैं उनसे बचपन से परिचित हूं। हालांकि हमारी दोस्ती करीब नौ साल पुरानी है।
अपने आगामी प्रोजेक्ट के बारे में बताएं?
पापा अनिल कपूर के साथ ‘एक लड़की को देखा’ कर रही हूं। पहली बार उनके साथ स्क्रीन शेयर कर रही हूं। मुझे पापा के साथ कभी फिल्म नहीं करनी थी। मगर उसकी कहानी और स्क्रिप्ट बहुत शानदार थी। लिहाजा मुझे उसे करना ही था। उसके अलावा जोया फैक्टर कर रही हूं। वह अनुजा चौहान के उपन्यास पर आधारित है। मैं उपन्यास के किरदार जोया की तरह क्रिकेट प्रेमी नहीं हूं। मुझे पढ़ने का बहुत शौक है। मैंने कृष्णा उदयशंकर की किताब आर्याव्रत क्रोनिकल के अधिकार भी खरीदे हैं। वे जहीन लेखक हैं। उस पर अगले एक-दो साल में फिल्म बनाने की योजना है।