'कुली नम्बर 1' से डिजिटल पर आ रहे राजपाल यादव बोले- कॉमेडी सरलता का दूसरा नाम है
वरुण के साथ काम करके मैं बीस साल जवान हो गया हूं। युवाओं के साथ काम करने से आपको आगे काम करने की ऊर्जा मिल जाती है। मैं अगले साल 50 साल का हो जाऊंगा। लेकिन मैं खुद को सिर्फ इक्कीस साल का मानता हूं।
प्रियंका सिंह, मुंबई। डिजिटल पर रिलीज होने वाली फिल्मों में डेविड धवन की फिल्म कुली नंबर 1 भी शामिल है। अमेजन प्राइम वीडियो पर यह फिल्म 25 दिसंबर को रिलीज होगी। राजपाल यादव इसे अपना डिजिटल डेब्यू मानते हैं। उनका कहना है कि वह इस प्लेटफॉर्म से काफी समय से जुड़ना चाह रहे थे। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश:
लॉकडाउन के दौरान आप खेतों में ट्रैक्टर चलाते नजर आए थे। वह अनुभव बयां करे...
लॉकडाउन के दौरान जीवन जीने की बड़ी चुनौतियां थीं। काफी समय तक मैं मुंबई में ही था। गुरुजी के देहांत पर प्रशासन से अनुमति लेकर शाहजहांपुर गया था। जब 10-12 साल का था, तब घास छीलना, खेतों में फावड़ा चलाना, यह सब किया करता था। घर के हर कोने-कोने की सफाई की। मालिक से माली बनने में बहुत मजा आया। खेतों में मोटर चलाया, ट्यूबवेल के पानी में नहाने में बहुत आनंद आया। वह मजा पांच सितारा होटल में नहाने में भी नहीं है। साल 2020 में जहां इंटरनेट के बिना लोग जी नहीं सकते, वहां गांवों में लोग दो रोटी खाकर खुशी से जी सकते हैं।
कुली नंबर 1 डिजिटल पर आ रही है। इस प्लेटफॉर्म से जुड़ना चाह रहे थे?
यह प्लेटफॉर्म महामारी से पहले ही काफी चर्चा में था। मैं डिजिटल की दुनिया का हिस्सा नहीं बन रहा था, क्योंकि वह मेरी अपनी पंसद थी। मुझे हमेशा से स्वस्थ मनोरंजन करने का मौका मिला है। डिजिटल पर जो कंटेंट पहले बन रहे थे, उनके अलग दर्शक रहे हैं। उनकी मेकिंग अलग तरह की रही है। मैं उसमें खुद को फिट नहीं पा रहा था। मैं पारिवारिक एंटरटेनमेंट के माध्यम से इसका हिस्सा बनना चाहता था। कुली नंबर 1 ने वह मौका दिया।
मूल फिल्म में मामा जी का किरदार शक्ति कपूर ने निभाया था। उनकी कॉमिक टाइमिंग कमाल की मानी जाती है। उनसे तुलना के लिए कितने तैयार हैं?
इस फिल्म में जो मामा का किरदार है, वह मामा कम, दोस्त ज्यादा है। मैं जो भी किरदार निभाऊंगा वह चाहे मामा का हो या चाचा का, दिल से जवान होगा। शक्ति भाई मुझसे बीस साल सीनियर हैं। मेरे बड़े भाई की तरह हैं। उनके इतने सारे किरदारों में से मुझे जुड़वा और कुली नंबर 1 फिल्म का किरदार निभाने का मौका मिला है। जिसे मैं गर्व के साथ निभाता हूं। शक्ति कपूर, गोविंदा, कादर खान, जॉनी लीवर, परेश रावल यह सब मनोरंजन की फैक्ट्री हैं, जो सिनेमा को जिम्मेदारी से चला रहे हैं।
वरुण धवन के साथ आप लगातार काम कर रहे हैं। युवाओं के साथ काम करने पर क्या बदलाव आप में आए हैं?
वरुण के साथ काम करके मैं बीस साल जवान हो गया हूं। युवाओं के साथ काम करने से आपको आगे काम करने की ऊर्जा मिल जाती है। मैं अगले साल 50 साल का हो जाऊंगा। लेकिन मैं खुद को सिर्फ इक्कीस साल का मानता हूं। बाकी जो 29 साल हैं, वह मेरे अनुभव होंगे।
आप लगातार प्रसिद्ध फिल्मों की रीमेक या सीक्वल में काम कर रहे हैं। जुड़वा 2, कुली नंबर 1 के बाद हंगामा 2 आएगी। इन फिल्मों में काम करने की क्या चुनौतियां होती हैं?
अगर एक एक्टर छह होता है, तो दूसरा एक्टर नौ होता है। एक पहाड़ के ऊपर कभी दूसरा पहाड़ नहीं रखा जा सकता है। कला भी प्रकृति से जुड़ी होती है। मूल कुली नंबर 1, जुड़वा, हंगामा उस वक्त की फिल्में थीं। जो अब बन रही हैं, वह आज के परिवेश को ध्यान में रखकर बन रही हैं। मनोरंजन की जो नींव है वह हर दौर में एक जैसे ही रहती है।
इतने सालों में कॉमेडी का अंदाज कितना बदला है?
कॉमेडी सरलता का दूसरा नाम है। यह सारी कठिनाइयों को दूर करने का एक टॉनिक है। चाहे रिश्ता हो या किसी फिल्म का क्राफ्ट, मैं उसमें सरलता से एक सिम कार्ड की तरह फिट होने की कोशिश करता हूं। क्रिएटिविटी का नेटवर्क बनके लोगों के सामने पेश होना मेरी प्राथमिकता होती है। राम गोपाल वर्मा, प्रियदर्शन और डेविड धवन का मेरे करियर में अहम योगदान रहा है। उनके बिना बॉलीवुड में मेरा करियर अधूरा होता।
मूल हंगामा फिल्म में भी आप थे। क्या हंगामा 2 में वही किरदार होगा या बदलेगा?
वातावरण के मुताबिक किरदार बदलेगा, फिल्म बदलेगी। प्रियदर्शन के साथ इतने साल बाद काम करके लगा जैसे मैं अभिनय की शुरुआत कर रहा हूं। ऐसा लगा पहली बार कैमरे के सामने आया हूं। प्रियदर्शन और मुझमें एक जैसी ताजगी रही।