क्या आपको पता है? 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के इस स्पेशल सीन का नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जिंदगी है सीधी वास्ता
इस फिल्म से हुमा कुरैशी ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की थी तो वहीं ऋचा चड्ढा को पहचान मिली थी। इस फिल्म लेकर हुमा कुरैशी ने कुछ यादें साझा की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कई बार अभिनेता, निर्देशक अपनी जिंदगी के अनुभवों को फिल्मों में डालने की कोशिश करते हैं। अनुराग कश्यप निर्देशित फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' फिल्म की रिलीज को सोमवार को आठ साल पूरे हुए। इस फिल्म से हुमा कुरैशी ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, तो वहीं ऋचा चड्ढा को पहचान मिली थी। इस फिल्म लेकर हुमा कुरैशी ने कुछ यादें साझा की है।
फिल्म से जुड़ी यादों को साझा करते हुए हुमा बताती हैं कि मुंबई आने पर उन्होंने विज्ञापनों से अपने सफर की शुरुआत की थी। आमिर खान के साथ विज्ञापन किया था। वहां, अनुराग कश्यप से मुलाकात हुई थी। उन्होंने इस फिल्म का ऑफर दिया। मैंने उन्हें कहा सर ऐसे थोड़े होता है। इतनी जल्दी किसी को फिल्म थोड़ी मिल जाती है। संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन उन्होंने फिल्म में मौका दिया और दर्शकों को वह किरदार पसंद भी आया। मेरा और नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जो सीन था, जिसमें मैं उनसे कहती हूं कि लड़की का हाथ पकडऩे से पहले परमिशन मांगनी चाहिए। दरअसल, वह सीन नवाज की जिंदगी से प्रेरित था। नवाज को एक लड़की ने कहा था कि हाथ पकडऩे से पहले परमिशन मांगनी चाहिए, जिसके बाद नवाज रो भी दिए थे।
वहीं, ऋचा बताती हैं कि जब यह फिल्म बननी शुरू हुई थी, तब मुझे पता था कि फिल्म कुछ खास बनने वाली है। अनुराग कश्यप कभी अपनी फिल्मों का बजट नहीं बताते हैं। इस फिल्म का बजट क्या था यह पता नहीं चल पाया था। हम सब नए कलाकार थे, उन्होंने जैसे कहा हमने वैसे उस किरदार को निभाया था। ख़ास बात है कि फिल्म लेकर दोनों ही अभिनेत्रियों ने अपने सोशल मीडिया पर कुछ-कुछ शेयर किया है।
इसके सोमवार को ही आमिर खान और माधुरी दीक्षित अभिनीत फिल्म 'दिल' और सनी देओल और मीनाक्षी शेषाद्री अभिनीत फिल्म 'घायल' ने 30 साल पूरे किए। सनी देओल और माधुरी दीक्षित ने अपनी-अपनी फिल्मों को याद करते हुए इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखी। माधुरी ने लिखा कि दिल फिल्म के लिए उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। आमिर खान के साथ सेट पर काम करना काफी मजेदार रहा। फिल्म के निर्देशक इंद्र कुमार सेट पर हमें मस्ती मजाक करने का मौका देते थे।