Happy Birthday Zeenat Aman: ‘दम मारो दम’ से करियर में भरा दम, और ऐसे बन गयीं हिंदी सिनेमा की ‘ज़ीनत’
HBD Zeenat Aman किसी दौर में ज़ीनत बॉक्स ऑफ़िस के लिए एक हिट फॉर्मूला हुआ करती थीं। उन्होंने उस दौर में देवानंद राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन समेत तमाम बड़े सितारों के साथ काम किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। Happy Birthday Zeenat Aman: अर्जुन कपूर और सजंय दत्त की आने वाली फ़िल्म पानीपत आजकल सुर्खियों में हैं। ज़ीनत अमान इस फ़िल्म का हिस्सा हैं। किसी दौर में ज़ीनत बॉक्स ऑफ़िस के लिए एक हिट फॉर्मूला हुआ करती थीं। उन्होंने उस दौर में देवानंद, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, शशि कपूर और ऋषि कपूर समेत तमाम बड़े सितारों के साथ काम किया। ज़ीनत के 68वें जन्मदिन पर आइए नज़र डालते हैं उनके शानदार फ़िल्मी सफ़र पर...
दम मारो दम से ज़ीनत ने भरा दम
दम मारो दम गाना तो सुना ही होगा। दीपिका पादुकोण वाला नहीं, बल्कि ज़ीनत अमान वाला। यह वह गाना है, जिसने एक जर्नलिस्ट को फ़िल्मी दुनिया का सितारा बना दिया। जर्नलिज्म का करियर छोड़कर आईं ज़ीनत की शुरुआती फ़िल्में फ्लॉप रहीं। इसके बाद देवानंद ने अपनी फ़िल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' में 'जसवीर' का रोल ऑफ़र किया। इस रोल को पहले मुमताज़ को ऑफ़र किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया था। इसके बाद इस फ़िल्म ने ज़ीनत को ना सिर्फ स्टार बनाया बल्कि पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड भी दिलाया।
रोटी कपड़ा और मकान ने दिया नया मुकाम
दम मारो दम के बाद ज़ीनत का करियर चल पड़ा। एक के बाद एक फ़िल्में आने लगीं और चलने लगीं। इस बीच उन्होंने साल 1973 में 'यादों की बारात' मिली। इसमें वह एक बार फिर सेकंड लीड में थी। आशा भोंसले और मोहम्मद ऱफ़ी की अवाज़ में 'चुरा लिया है तुमने जो दिल को' गाने ने एक बार फिर तहलका मचाया। ज़ीनत को एक और मुकाम तब मिला, जब उनके हिस्से 'रोटी कपड़ा और मकान' आई। यह फ़िल्म उस समय की ब्लॉकबस्टर रही।
रुपा से रोमा डार्लिंग तक
ज़ीनत अमान अब फ़िल्मों के पोस्टर से लेकर फैंस के पोस्टर तक अपनी जगह बना चुकी थीं। उनके फ़िल्मी करियर में एक और शानदार फ़िल्म आई। राजकपूर अपने बेटे शशि कपूर को लेकर फ़िल्म बनाई 'सत्य शिवम सुंदरम'। इस फ़िल्म में 'रूपा' का दाग़दार चेहरा को अपनाया। इस फ़िल्म उन्होंने अपने ग्लैमर से हटकर फ़िल्मी करियर के बेस्ट किरदारों में से एक को चुना। वहीं, इससे अलग उन्होंने 'डॉन' फ़िल्म में अमिताभ बच्चन के अपोजिट 'रोमा' का किरदार भी किया, जिसमें वह ग्लैमर से ढ़की हुई थीं। ये दोनों फ़िल्में एक साल में ही आई थीं।
लावारिस से पानीपत
अस्सी का दौर आते-आते ज़ीनत अपने स्टारडम के शिख़र पर पहुंच चुकी थीं। इस दौरान अमिताभ के साथ 'लावारिस 'की, फ़िरोज़ ख़ान के साथ 'कुर्बानी' और धर्मेंद्र के साथ 'प्रोफेसर प्यार लाल' जैसी शानदार फ़िल्में कीं। कभी फ़िल्मी दुनिया के ग्लैमर के समानांतर खड़ी ज़ीनत उम्र के इस पड़ाव पर भी काम कर रही हैं। अगले महीने आ रही 'पानीपत' में उनकी एक्टिंग का जलवा देखने को मिलेगा।