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Happy Birthday Dev Anand: ये हैं देव आंनद के वो किस्से, जो बताते हैं एक्टर के लिए कितने पागल थे लोग

Happy Birthday Dev Anand भारतीय सिनेमा के महानायकों में से एक देव आनंद का आज जन्मदिन है। उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े वो किस्से जो हमेशा याद रखे जाएंगे।

By Mohit PareekEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 07:54 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 07:54 AM (IST)
Happy Birthday Dev Anand: ये हैं देव आंनद के वो किस्से, जो बताते हैं एक्टर के लिए कितने पागल थे लोग
Happy Birthday Dev Anand: ये हैं देव आंनद के वो किस्से, जो बताते हैं एक्टर के लिए कितने पागल थे लोग

नई दिल्ली, जेएनएन। अगर आज भी भारतीय सिनेमा की लेजेंड्स के नाम लिखे जाए तो सबसे ऊपर नाम होगा धर्मदेव आनंद का, जिसे पूरी दुनिया ने देव आनंद के नाम से जाना। देव आनंद की दिवानगी के इतने चर्चे हैं, जो आज भी हर किसी की जुबां पर हैं। आज भारतीय सिनेमा की इस महान शख्सियत का जन्मदिन है, जिनके किस्सों के बिना भारतीय सिनेमा का इतिहास भी अधूरा है। ऐसे में उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनके उन किस्सों के बारे में जो काफी मशहूर हुए...

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किस्सा नंबर-1: देव आनंद को लेकर सबसे चर्चित किस्सा है कि उन्हें फिल्म 'काला पानी' के बाद काले रंग का कोट पहनने से रोका गया। कहा जाता है कि वो काले रंग के कोट में बेहद हैंडसम लगते थे और उन्हें देखने के लिए लड़कियां छत से कूद जाती थीं। इसलिए काला कोट पहने से रोका गया था।

किस्सा नंबर-2: देव आनंद को फिल्म 'विद्या' की शूटिंग के दौरान ही सुरैया से प्यार हुआ। कहा जाता है कि देव आनंद ने फिल्म के सेट पर तीन हजार रुपये की एक अंगूठी देकर प्रपोज किया, लेकिन सुरैया की नानी इस शादी के खिलाफ थीं। नतीजा ये हुआ कि सुरैया सारी उम्र कुंवारी रहीं।

किस्सा नंबर-3: आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन यह बात सच है कि उन्होंने बिग-बी को छोड़कर हर बड़े स्टार के साथ काम किया था। साथ ही आपको यह भी बताते चलें कि अमिताभ बच्चन जिस 'जंजीर' फिल्म से स्टार बने, उसके लिए पहले देव साहब को चुना गया था।

किस्सा नंबर-4: देव आनंद पर कई लड़कियां फिदा थीं। उनकी दिवानगी का आलम इतना था कि उनकी फिल्म 'हरे राम हरे कृष्ण' में उनकी बहन का रोल करने के लिए कोई स्थापित अभिनेत्री तैयार नहीं थीं। कई नई लड़कियों के स्क्रीन टेस्ट के बाद भी उन्हें मन मुताबिक चेहरा नहीं मिल रहा था। उस वक्त देव आनंद जीनत अमान से मिले और देव साहब उनसे बातचीत कर रहे थे कि जीनत ने उन्हें हैंडबैग से सिगरेट निकालकर दी। उनकी यही अदा देव साहब को भा गई और उन्होंने जीनत को अपनी फिल्म के लिए साइन कर लिया।

किस्सा नंबर- 5: कहा जाता है कि देव आनंद चाहते थे कि उन्हें कभी मरा हुआ नहीं दिखाया जाए और वो देश से बाहर मरना चाहते थे। हुआ भी कुछ ऐसा ही दे आनंद का लंदन में दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था।


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