वजन बढ़ने के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग को लेकर फरदीन खान ने अब तोड़ी चुप्पी, कही ऐसी बात
अपने हर पहले काम से जुड़ी सभी यादें ताजा ही रहती हैं। मैं अपने भविष्य को बनाने का पहला कदम उठा रहा था। कई उम्मीदें सपने निराशाएं सीख उससे जुड़ी हैं। मैंने उस दौरान यही सीखा था कि कैसे आपको अपने पैरों को जमीन पर टिकाए रखना जरूरी है।
स्मिता श्रीवास्तव, जेएनएन। करीब एक दशक के बाद अभिनेता फरदीन खान अभिनय की दुनिया में वापसी की तैयारी में हैं। हाल ही में आई तस्वीरों में वह कास्टिंग डायरेक्टर के दफ़तर के बाहर नजर आए थे। लंदन में रह रहे फरदीन पिछले एक महीने से मुंबई में हैं। उनका कहना है कि वह कभी मुंबई छोड़कर गए ही नहीं थे। उनका मुंबई आना-जाना लगा रहा। उनका पूरा परिवार लंदन से मुंबई इसी साल शिफ्ट होने वाला था, लेकिन महामारी के चलते ऐसा नहीं हो पाया। उनसे हुई बातचीत के खास अंश...
1. लाइट, कैमरा एक्शन को कितना मिस किया?
सेट पर होना, एक कहानी का हिस्सा बनना, लोगों के साथ सेट पर बातें करना इन सबको पिछले दस वर्षों में काफी मिस किया, लेकिन पिछले दो वर्षों में कुछ ज्यादा ही याद आई। वापसी का बेसब्री से इंतजार है। 26 फिल्में करने के बाद वह आपकी जिंदगी का हिस्सा बन जाता है। अब उसका हिस्सा न रहने पर लगता है कि आपकी जिंदगी से कुछ गायब है।
2. आप दस साल बाद वापसी कर रहे हैं। इंडस्ट्री में काम करने का तरीका बहुत बदल गया है?
यह बदलाव देखकर मैं बहुत खुश हूं। अनुशासन, कंटेंट, नए प्लेटफॉर्म्स आ गए हैं। दर्शक अलग तरह का कंटेंट पसंद कर रहे हैं। यह बातें मैंने ध्यान में रखी हैं। सीख रहा हूं। मैं लोगों से मिल रहा हूं, उन्हें बता रहा हूं फिर से काम करने आ गया हूं। मेरा माइंडसेट इस वक्त न्यूकमर की तरह है। मैं फिर से एक विद्धायर्थी बन गया हूं। अपने अतीत से थोड़ा अनुभव और बुद्धिमानी भी साथ रखी है, जो हमेशा मदद करेगी।
3. पिता बनने के बाद आपमें क्या बदलाव आए?
यह बहुत ही गहरा और गंभीर अनुभव रहा है। जब आप बच्चों की परवरिश पूरी ईमानदारी से कर रहे होते हैं। उनकी जड़ों को गहरा और नींव को मजबूत कर रहे होते हैं, तो कहीं न कहीं उस प्रक्रिया में आप खुद भी बहुत कुछ सीखते हैं। आप उन्हें सच बोलना, मेहनत और समर्पण जैसे महत्वपूर्ण मूल्य सिखाते हैं। फिर आप अपने जीवन के बारे में सोचने लग जाते हैं, क्योंकि आप अपने बच्चे के लिए बेहतरीन मिसाल बनना चाहते हैं। फादरहुड ने मुझे समझदार बनाया है। अपने भीतर देखना सिखाया है। आप अपनी कमजोरियों और ताकत को समझने लगते हैं। कई बार लगता है कि मेरे बच्चे मुझे सिखा रहे हैं। हर मुसीबत का सामना हम साथ मिलकर करते हैं, साथ हंसते हैं। बच्चों के स्कूल के कैलेंडर के मुताबिक सब मुंबई शिफ्ट हो जाएंगे।
4. आपके बढ़े हुए वजन की तस्वीरों को लेकर ट्रोलर्स ने आपको ट्रोल किया था...
यह मेरे इस पेशे का हिस्सा है। आप हमेशा यही चाहते हैं कि आप अच्छे लगें। सोशल मीडिया अक्सर हमारे पेशे से जुड़े लोगों पर यह दबाव डालता आया है कि वो अच्छे दिखे। हां मानता हूं कि अच्छा लगना चाहिए, लेकिन किसी और के लिए नहीं, बल्कि खुद के लिए, अपनी सेहत के लिए। अच्छा दिखने का मतलब अच्छे फिगर से नहीं है, बल्कि अच्छा महसूस करने से है। अच्छा दिखने में भी कोई बुराई नहीं है, क्योंकि वह हमारे पेशे की डिमांड है। सोशल मीडिया इस तरह का दबाव डालते है कि खूबसूरत लगने के अलावा लोग संपूर्ण महसूस नहीं करते हैं।
5. पहली फिल्म प्रेम अगन को रिलीज हुए इस साल 22 साल पूरे हो गए। उस फिल्म से जुड़ी क्या यादें हैं?
अपने हर पहले काम से जुड़ी सभी यादें ताजा ही रहती हैं। मैं अपने भविष्य को बनाने का पहला कदम उठा रहा था। कई उम्मीदें, सपने, निराशाएं, सीख उससे जुड़ी हैं। मैंने उस दौरान यही सीखा था कि कैसे आपको अपने पैरों को जमीन पर टिकाए रखना जरूरी है। विनम्र होना चाहिए। जो है उसके लिए शुक्रगुजार होना चाहिए। सीखते रहने की भूख अंदर होनी चाहिए।
6. आपकी शादी की सालगिरह 14 दिसंबर को है। आप अपनी पत्नी नताशा को कैसे कॉम्लिमेंट करते हैं?
मेरे जो हावभाव हैं, वह मेरे लिए ज्यादा काम करते हैं। मैं हावभावों को शब्दों से ज्यादा अहमियत देता हूं। उन्हें महसूस होना चाहिए कि मैं उनसे प्यार करता हूं, उनसे लिए सारी चीजें बेहतरीन चाहता हूं। मेरे एक्शन में वह नजर आना चाहिए। मैं हमेशा उनका सबसे अच्छा दोस्त बनकर रहना चाहता हूं। यही तरीका है, जिससे मैं उन्हें कॉम्लिमेंट कर सकता हूं। वह बहुत अच्छी मां और पत्नी हैं। हम दोनों यह जानते हैं कि एक-दूसरे के लिए हमेशा मौजूद हैं। मैं मुंबई में पिछले एक महीने से हूं। यह लॉकडाउन कई चैलेंजेस ले आया है। इस बार हम सब परिवार के साथ मिलकर एनीवर्सरी पर खाना बनाएंगे साथ डिनर करेंगे।
7. आपकी सास और पूर्व अभिनेत्री मुमताज कैसी हैं?
वह मुंबई में ही हैं। एक हफ्ते पहले ही वह लंदन से मुंबई आई हैं। बिल्कुल ठीक हैं। उन्हें ठंड बहुत ज्यादा पसंद नहीं है। लंदन में सुबह 7.30 से शाम 4 बजे तक ही रोशनी रहती हैं फिर शाम हो जाती है। वह अपनी जिंदगी से बहुत ही खुश, संतुष्ट और एक कमाल की नानी हैं।