पीएम से मुलाक़ात की यह तस्वीरें देखकर क्यों भड़क रही हैं बॉलीवुड एक्ट्रेसेज़
कई सेलेब्रिटीज़ ने पीएम के साथ तस्वीर को शेयर करके इस मीटिंग की जानकारी सोशल मीडिया में साझा की थी। तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इस पर सवाल भी उठ सकते हैं।
मुंबई। मंगलवार को हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी और फ़िल्म व्यवसाय को आगे ले जाने के लिए ज़रूरी क़दमों पर चर्चा की। लेकिन इस मुलाक़ात पर बॉलीवुड की कुछ महिला कलाकारों और फ़िल्मकारों ने सवाल उठाये हैं। इन महिला सेलेब्रिटीज़ ने इस प्रतिनिधिमंडल में किसी महिला का प्रतिनिधित्व ना होने पर नाराज़गी ज़ाहिर की है।
प्रधानमंत्री से मिलने गये इस प्रतिनिधि मंडल में करण जौहर, अक्षय कुमार, अजय देवगन, सीबीएफसी चीफ़ प्रसून जोशी, निर्माता रितेश सिधवानी, भूषण कुमार, रॉनी स्क्रूवाला, सिद्धार्थ रॉय कपूर आदि शामिल थे। अक्षय ने इस मीटिंग की एक तस्वीर ट्विट करके प्रधानमंत्री का मुलाक़ात के लिए आभार जताया। अक्षय ने लिखा था- ''आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दिल से शुक्रिया कि उन्होंने हमसे मिलने के लिए समय निकाला, विस्तार से हमारी बात सुनी और आवश्यक मुद्दों के समाधान का आश्वासन दिया।''
Heartfelt thank you to the honorable Prime Minister @narendramodi ji for taking out time to hear us at length, discuss issues pertaining to our industry and assuring positive consideration of suggestions. pic.twitter.com/ShGfr0Jlvu — Akshay Kumar (@akshaykumar) December 18, 2018
अक्षय के अलावा और भी कई सेलेब्रिटीज़ ने पीएम के साथ तस्वीर को शेयर करके इस मीटिंग की जानकारी सोशल मीडिया में साझा की थी। इस तस्वीर को शेयर करते वक़्त शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इस पर सवाल भी उठ सकते हैं। एक्ट्रेस से प्रोड्यूसर बनीं दिया मिर्ज़ा ने इस मीटिंग की तारीफ़ करते हुए सवाल भी उठाया। दिया ने लिखा- ''यह अच्छा है। इस कमरे में कोई महिला नहीं है, इसके पीछे कोई वजह है क्या?''
This is wonderful! Is there a reason why there were no women in this room? @akshaykumar https://t.co/oO9teT3Gyi — Dia Mirza (@deespeak) December 19, 2018
अपनी विचारोत्तेजक फ़िल्म 'लिपिस्टक अंडर माय बुर्क़ा' को लेकर सेंसर बोर्ड से लंबी लड़ाई लड़ने वाली निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने लिखा- ''अच्छा हो, अगर ऐसे प्रतिनिधिमंडलों में महिलाएं भी हों। यह 2018 चल रहा है।''
Would be great to have female representation in these delegations. It is 2018. https://t.co/HoxGbptgwX — Alankrita Shrivastava (@alankrita601) December 18, 2018
संध्या मृदुल ने तंजिया लहज़े में लिखा- ''बहुत ख़ूब। हम महिलाओं के पास चर्चा करने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं। ज़ाहिर है।''
Great. We women have no issues to discuss. Obviously. https://t.co/iOlwnd7sZB — Sandhya Mridul (@sandymridul) December 19, 2018
गुल पनाग ने भी अगली बार प्रतिनिधिमंडल में महिलाओं की सहभागिता की वक़ालत करते हुए लिखा- ''उम्मीद है कि अगली बार प्रतिनिधिमंडल में महिलाओं को शामिल किया जाएगा।''
🙏 Hope the delegation includes some women next time 🙏 https://t.co/w7fMulu4sF — Gul Panag (@GulPanag) December 18, 2018
फ़िल्म इंडस्ट्री में अक्सर महिला फ़िल्मकार और कलाकार भेदभाव और सुरक्षा के मुद्दे को उठाते रहे हैं। कुछ समय पहले Me Too आंदोलन ने जिस तरह से सिर उठाया और प्रसार हुआ, उससे जोड़कर भी इन महिला सेलेब्रिटीज़ की शिकायत को देखा जा रहा है।