मेजर ने Sarfarosh देखने के बाद लिखा ऐसा मैसेज, Aamir Khan के खड़े हुए रोंगटे
Sarfarosh में आमिर ख़ान ने ईमानदार और तेज़तर्रार आईपीएस अफ़सर का रोल निभाया था जो देश के अंदर पड़ोसी मुल्क़ द्वारा चलाई जा रही आतंकी गतिविधियों को रोकने की कोशिश कर रहा है।
मुंबई। सरफ़रोश आमिर ख़ान के करियर की बेहतरीन फ़िल्मों में शामिल है, जिसने ना सिर्फ़ बॉक्स ऑफ़िस पर सफलता पायी थी, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी जगह बना ली थी। फ़िल्म आज भी देखने वालों को प्रभावित करती है। कारगिल युद्ध में शामिल हुए मेजर डीपी सिंह ने हाल ही में फ़िल्म देखने के बाद ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी तो आमिर ख़ान भी इमोशनल हो गये।
मेजर डीपी सिंह ने ट्विटर पर लिखा था- आज से ठीक 20 साल पहले मैंने आमिर ख़ान की मूवी सरफ़रोश देखी थी और अभी-अभी फिर देखी। लेकिन, उस वक़्त सिनेमाघर में देखी। अब टीवी पर देखी है। उस वक़्त मेरे दोनों पैर थे। अब एक ही है। 1999 में ऑपरेशन विजय में शामिल होने से पहले यह मेरी आख़िरी फ़िल्म थी। बता दें कि मेजर डीपी सिंह ने कारगिल युद्ध में अपना एक पैर गंवा दिया था। मेजर के इस ट्वीट के जवाब में आमिर ने लिखा- प्रिय मेजर डीपी सिंह, आपकी पोस्ट ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिये हैं। विपत्ति के समय आपके साहस, ताक़त और सूझबूझ को हम सलाम करते हैं। सर, आपको बहुत प्यार और सम्मान।
Dear @MajDPSingh, your post gave me goosebumps.
We salute your courage, strength and grit in the face of adversity.
Love and respect to you, Sir.
a. https://t.co/TYL8qurl1v" rel="nofollow— Aamir Khan (@aamir_khan) May 29, 2019
सरफ़रोश में आमिर ख़ान ने ईमानदार और तेज़तर्रार आईपीएस अफ़सर का रोल निभाया था, जो देश के अंदर पड़ोसी मुल्क़ द्वारा चलाई जा रही आतंकी गतिविधियों को रोकने की कोशिश कर रहा है। फ़िल्म में सोनाली बेंद्रे आमिर ख़ान की हीरोइन थीं। यह फ़िल्म पाकिस्तानी ग़ज़ल गायक का रोल निभाने वाले नसीरूद्दीन शाह के शानदार अभिनय के लिए भी जानी जाती है। फ़िल्म में उनका किरदार नेगेटिव था। फ़िल्म का निर्देशन जॉन मैथ्यू मथान ने किया था। वैसे इस फ़िल्म से नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी ने भी डेब्यू किया था। हालांकि वो सिर्फ़ एक ही सीन में नज़र आये थे।
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