सिलाई सीखने के बाद वरुण धवन से सबसे पहले किया था ये काम
शरत कटारिया के निर्देशन में बनी फिल्म सुई घागा में वरुण धवन और अनुष्का शर्मा का देसी अवतार देगा। यह फिल्म 28 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
मुंबई। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इन दिनों सच्ची घटनाओं वाली कहानियों पर ज्यादातर फिल्में बन रही हैं। एेसे में अभिनेता कोशिश कर रहे हैं कि किरदार को अच्छी तरह से निभाने के लिए वे हर वो चीज सीखें जो फिल्म के लिए जरूरी है। एेसा ही कुछ वरुण धवन ने अपनी अाने वाली फिल्म सुई धागा के लिए किया है। इस फिल्म के लिए उन्होंने सिलाई करना सीखा है।
वरुण धवन की फिल्म सुई धागा अगले महीने दर्शकों के सामने होगी। इस फिल्म के लिए वरुण धवन ने खास तौर पर सिलाई करना सीखा है क्योंकि वे फिल्म में एक दर्जी का किरदार निभा रहे हैं। सिलाई करने की ट्रेनिंग को लेकर हाल ही में वरुण धवन ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस वीडियो के माध्यम से वरुण यह बताना चाह रहे हैं कि, किस प्रकार उन्होंने इस ट्रेनिंग की शुरुआत की थी। इस वीडियो में वे सिलाई की ट्रेनिंग लेने के पहले दिन से आखिरी दिन की स्टेप्स के बारे में बता रहे हैं। इसको शेयर करते हुए वरुण लिखते हैं कि, मौजी बनने के लिए तीन महीनों तक ट्रेनिंग ली है। दर्शन और नूर भाई को धन्यवाद। आखिरकार अब मैं यह कह सकता हूं कि मुझे सिलाई आती है। इस वीडियो में वरुण बता रहे हैं कि, उन्होंने सिलाई सीखने के बाद सबसे पहले ब्लाइज बनाया था। इसके बाद शर्ट, पेंट और पिलो केस भी बनाया था। आखिर में वे कहते हैं कि, अब मैं शर्ट, पेंट का अॉर्डर लेने के लिए तैयार हूं।
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आपको बता दें कि, मेक इन इंडिया वाली थीम पर शरत कटारिया के निर्देशन में बनी फिल्म सुई घागा में वरुण धवन और अनुष्का शर्मा का देसी अवतार देगा। यह फिल्म 28 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। फिल्म एक पति-पत्नी की कहानी है जो खुदके बिजनेस की शुरुआत करते हैं। सुई-धागा में वरुण धवन और अनुष्का शर्मा पति-पत्नी के किरदार में हैं। फिल्म की कहानी ममता (अनुष्का शर्मा) और मौजी (वरुण धवन) की है। मौजी छोटी नौकरी करता है और कई बार अपने मालिक से अपमानित होता है। वहीं, ममता हाउसवाइफ है। ममता पति के अपमान से काफी परेशान हो जाती है और उसे नौकरी छोड़कर खुद का काम करने की राय देती है। मौजी नौकरी छोड़ देता है और सिलाई का बिजनेस शुरू करता है जिसमें ममता भी उसकी मदद करती है। धीरे-धीरे यह बिजनेस बढ़ता है और सफल होने लगता है। कहानी एक एेसे व्यक्ति की है जो बेरोजगार होने के बाद खुदका व्यापार शुरू करता है। मतलब बेरोजगार से खुदके रोजगार की कहानी को इस फिल्म के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
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