'मंटो’ को लेकर उत्साहित हैं शशांक अरोड़ा, बताया- रोंगटे खड़े कर देने वाला अनुभव
नुक्कड़ नाटक से लेकर थियेटर तक कर चुके शशांक में अभिनय ही नहीं बल्कि फ़िल्म से जुडी तमाम विधाओं के लिए एक बेचैनी सी है!
मुंबई। ‘तितली’ और ‘लिपस्टिक अंडर माय बुरखा’ जैसी फ़िल्मों से अपनी पहचान बनाने वाले शशांक अरोड़ा इन दिनों कान्स फ़िल्म फेस्टिवल में हैं! उनकी आने वाली फ़िल्म में नंदिता दास की ‘मंटो’ भी है जिसका स्क्रीनिंग कान्स में होना है। इस फ़िल्म में वो मंटो के एक दोस्त की भूमिका में दिखेंगे। बता दें कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने फ़िल्म में मंटो का किरादर निभाया है!
मंटो में अपने किरदार के बारे में शशांक कहते हैं कि- ‘‘मंटो में मैं उनके बेस्टफ्रेंड के किरदार में हूं, जिसका नाम है शाद अमृतसरी। जो लाहौर में एक रेडियो जॉकी थे और जिनके साथ बैठकर मंटो ड्रिंक किया करते थे!’’ मंटो के बारे में बात करते हुए शशांक कहते हैं कि- “पूरी ज़िंदगी भी बीत जाए लेकिन मंटो को समझना आसान नहीं है और इस फ़िल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने कमाल का काम किया है। मैंने चार दिन गुजरात में उनके साथ शूट किया है, और मंटो को, उनके दौर को जानकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।’’ शशांक कहते हैं कि मंटो के दौर में समाज में जिस तरह का भेद भाव था, बंटवारे के बाद जिस तरह का आतंक था आज भी उस तरह की बातें सुनने को मिल जाती हैं, उनके मुताबिक हमने अपने इतिहास से लगता है कोई भी सबक नहीं लिया है!
यह भी पढ़ें: मुझे गीत लिखने में मज़ा नहीं आता, जानिये गीतकार राज शेखर के कुछ दिलचस्प जवाब
मंटो के डायरेक्टर नंदिता दास के बारे में बात करते हुए शशांक कहते हैं कि वो थियेटर की बैक ग्राउंड से हैं इसलिए वो बहुत क्लियर हैं और बहुत सहज तरीके से वो बता देती हैं कि उन्हें क्या चाहिए?
यह भी पढ़ें: मदर्स डे पर बेटी जाह्नवी कपूर ने यूं किया मॉम श्रीदेवी को याद, देखें तस्वीरें
नुक्कड़ नाटक से लेकर थियेटर तक कर चुके शशांक में अभिनय ही नहीं बल्कि फ़िल्म से जुडी तमाम विधाओं के लिए एक बेचैनी सी है! इसलिए भी वो म्युज़िक, लेखन और अब डायरेक्शन में भी हाथ आजमाते नज़र आने लगे हैं।