Teacher's Day 2019: सिमी ग्रेवाल से रितिक रोशन तक, बॉलीवुड के इन शिक्षकों से आख़िर कौन नहीं पढ़ना चाहेगा!
Teachers Day राजकपूर की फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में टीचर बनी सिमी ग्रेवाल को भला कौन भूल सकता है। इनके अलावा भी कई एक्टर्स ऐसे हैं जिन्होंने बड़े पर्दे पर टीचर की भूमिका निभाई।
नई दिल्ली, जेएनएन। Teacher's Day 2019: पांच सितंबर को भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन की जयंती होती है। वो राष्ट्रपति बनने से पहले एक टीचर ही थे और उनके ही सम्मान में उनके जन्मदिन पर टीचर्स डे मनाने की परंपरा शुरू हुई।
बॉलीवुड के टीचर्स की बात करें तो हाल के दौर में रितिक रोशन ने सुपर 30 में गणित के शिक्षक का रोल अदा किया। यह वास्तविक ज़िंदगी के गणितज्ञ आनंद कुमार की बायोपिक है। रितिक की एक्टिंग को फ़िल्म में ख़ूब सराहा गया।
रानी मुखर्जी ने ‘हिचकी’ में एक स्पेशल टीचर की भूमिका अदा की, जिसे एक ख़ास तरह का सिंड्रोम होता है। तमाम दिक्कतों के बावजूद रानी कैसे चंद शरारती और आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चों को लायक़ बनाती हैं, इश पर फ़िल्म की कहानी आधारित थी।
आमिर ख़ान की फ़िल्म ‘तारे ज़मीन पर’ को भला कौन भूल सकता है? फ़िल्म में आमिर ने एक टीचर के रूप में यादगार अभिनय किया था। उन्होंने किताबों से अलग अपने एक स्टूडेंट्स को जो डिस्लेक्सिया की बीमारी से पीड़ित है उसे बेहद संवेदनशील तरीके से समझने की कोशिश की।
‘थ्री इडियट’ में डीन के रूप में बमन ईरानी ने भी बड़े पर्दे पर एक टीचर के सशक्त रूप को जीवंत किया। एक ऐसा टीचर जो काफी स्ट्रिक्ट है और हर हाल में चाहता है कि उसके स्टूडेंट्स केवल पढ़ाई पर ही फोकस करे और अच्छा करियर बनाये।
‘मोहब्बतें’ में अमिताभ बच्चन भी ‘गुरुकुल’ की परंपरा, प्रतिष्ठा और अनुशासन को संजोने वाले डीन के किरदार में खूब जंचे। अमिताभ बच्चन इस फ़िल्म में अपनी भूमिका को यादगार बना गए।
गुलज़ार की फ़िल्म ‘परिचय’ में भी जीतेंद्र ने एक टीचर के रूप में ज़बर्दस्त छाप छोड़ी। बिन मां-बाप के बच्चों को उनके घर पर ही गाइड करना और स्ट्रिक्ट दादाजी का मन बदलना जीतेंद्र के किरदार की जीत है।
राजकपूर की फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में टीचर बनी सिमी ग्रेवाल को भला कौन भूल सकता है। स्टूडेंट का अपने टीचर के प्रति एक आकर्षण की बात राज कपूर ने आज से कई साल पहले ही बड़े पर्दे पर दिखा दी थी।
इनके अलावा भी कई एक्टर्स ऐसे हैं जिन्होंने बड़े पर्दे पर टीचर की भूमिका निभाई। इनमें से कुछ टीचर्स कॉमेडी के रंग में रंगे भी नज़र आये तो कुछ अंधेरे में रोशनी की उम्मीद जगाते भी देखे गए। जैसे ‘चुपके-चुपके’ फ़िल्म के अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र तो आपको याद ही होंगे? या फिर ‘बुलंदी’ के राज कुमार को ही ले लीजिए, जिन्होंने एक उसूलमंद प्रोफेसर का रोल निभाया था। (Photo-Mid-Day)