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Tandav ROW: सूचना प्रसारण मंत्रालय से मीटिंग के बाद निर्माता-निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र ने बिना शर्त मांगी माफ़ी, पढ़िए क्या कहा

अली ने कहा- तांडव एक काल्पनिक कहानी है और किसी व्यक्ति या घटना से इसकी समानता महज़ एक संयोग है। कास्ट या क्रू का किसी व्यक्ति जाति समुदाय मज़हब आस्था राजनीतिक पार्टी या ज़िंदा या मृत व्यक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाने या अपमान करने का कोई इरादा नहीं था।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 07:31 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 09:51 AM (IST)
Tandav ROW: सूचना प्रसारण मंत्रालय से मीटिंग के बाद निर्माता-निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र ने बिना शर्त मांगी माफ़ी, पढ़िए क्या कहा
अली अब्बास ज़फ़र और सैफ़ अली ख़ान। फोटो- इंस्टाग्राम

नई दिल्ली, जेएनएन। अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज़ तांडव को लेकर सियासी बवाल के बाद निर्माता और निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र ने माफ़ीनामा जारी किया है, जिसमें अली ने सीरीज़ की पूरी कास्ट और क्रू के साथ लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के लिए बिना शर्त माफ़ी मांगी है। माफ़ीनामे में अली ने कहा कि उनका इरादा किसी धर्म या जातीय समुदाय के लोगों को चोट पहुंचाने का नहीं था। अली ने सीरीज़ का निर्माण हिमांशु मेहरा के साथ मिलकर किया है।

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अली ने सोमवार की शाम ट्विटर के ज़रिए आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें निर्देशक ने कहा- ''हम तांडव वेब सीरीज़ को मिल रही दर्शकों की प्रतिक्रियाओं को नज़दीकी से देख रहे हैं और आज सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ विमर्श के दौरान उन्होंने हमें बड़ी तादाद में आ रही उन शिकायतों और याचिकाओं के बारे में बताया, जिनमें लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बातें कही गयी हैं।

तांडव एक काल्पनिक कहानी है और किसी व्यक्ति या घटना से इसकी समानता महज़ एक संयोग है। कास्ट या क्रू का किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, मज़हब, आस्था, राजनीतिक पार्टी या ज़िंदा या मृत व्यक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाने या अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। कास्ट और क्रू सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए बिना शर्त माफ़ी मांगते हैं। ग़ौरतलब है कि इस स्टेटमेंट का एक हिस्सा बिल्कुल उस डिस्क्लेमर की तरह है, जो सीरीज़ या फ़िल्म शुरू होने से पहले जारी किया जाता है। 

तांडव एक पॉलिटिकल थ्रिलर है, जिसे अली अब्बास ज़फ़र ने निर्देशित किया है। इस सीरीज़ में सैफ़ अली ख़ान, डिम्पल कपाड़िया, मोहम्मद ज़ीशान अय्यूब, सुनील ग्रोवर, गौहर ख़ान, तिग्मांशु धूलिया, अनूप सोनी, डीनो मोरिया, संध्या मृदुल, कुमुद मिश्रा और शोनाली नागरानी समेत कई जाने-माने कलाकारों ने काम किया है। फ़िल्म से जुड़े सभी कलाकारों ने इस माफ़ीनामे को सोशल मीडिया में अपने-अपने एकाउंट से शेयर किया है।

तांडव के स्ट्रीम होने के बाद से ही यह विवादों में आ गयी। इसकी शुरुआत सोशल मीडिया से हुई। कई यूज़र्स ने सीरीज़ के पहले एपिसोड में भगवान शिव और राम को लेकर आपत्तिजनक दृश्य और संवाद दिखाये जाने पर एतराज़ जताया।

वहीं, अनूप सोनी और डीनो मोरिया के किरदारों द्वारा कहे गये संवादों के ज़रिए जातिगत भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात कही गयी। 15 जनवरी को रिलीज़ हुई सीरीज़ को लेकर बवाल बढ़ता गया और 18 जनवरी (सोमवार) को इसका असर सियासत में भी नज़र आने लगा। कई भाजपा नेताओं ने अलग-अलग सूचना प्रसारण मंत्रालय से सीरीज़ को बैन करने की मांग की। वहीं, देश के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस रिपोर्ट भी दर्ज़ करवायी गयीं। तांडव मामले में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने रविवार को ही अमेज़न प्राइम के अधिकारियों को समन भेजकर तलब किया था।


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