Sushant Singh Rajput ने सारा अली ख़ान के साथ फोटो तक क्लिक करवाने से कर दिया था इनकार, इवेंट में हुआ था झगड़ा
दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की पहली बरसी पर बॉलीवुड के तमाम सेलेब्स ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके साथ बिताए हुए पलों को याद किया। 14 जून को पूरा दिन सोशल मीडिया पर एक बार फिर सिर्फ सुशांत सिंह राजपूत की छाए रहे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की पहली बरसी पर बॉलीवुड के तमाम सेलेब्स ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके साथ बिताए हुए पलों को याद किया। 14 जून को पूरा दिन सोशल मीडिया पर एक बार फिर सिर्फ सुशांत सिंह राजपूत की छाए रहे। इस मौके पर फेमस फोटोग्राफर विरल भयानी ने सुशांत से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया जो कि थोड़ा चौंकाने वाला है। विरल ने बताया कि वो एक इवेंट कवर करने गए थे, वहां उन्होंने देखा कि सुशांत और सारा अली ख़ान के बीच किसी बात को लकेर ज़ोरदार बहस चल रही है। इसके बाद सुशांत ने सारा अली ख़ान के साथ फोटो तक क्लिक करवाने से मना कर दिया था ताकी सारा और उन्हें लेकर बाहर कोई न्यूज़ न बने।
स्पॉटब्वॉय से बातचीत में विरल ने बताया, ‘मैं बांद्र में उनसे एक इवेंट में मिला था, जहां मैं अकेला ऐसा फोटोग्राफर था जो अंदर था। अगर मैं गलत नहीं हूं तो अंदर सुशांत और सारा किसी बात को लेकर बहस कर रहे थे। सुशांत का मूड बिल्कुल अच्छा नहीं था। मैं उनकी एक बाइट लेना चाहता था, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया और कहा कि उन्हें अकेला छोड़ दें। उन्होंने कहा था, ‘मेरे साथ सारा की फोटो क्लिक मत करिए, मैं नहीं चाहता कि हम दोनों के बारे में कुछ भी न्यूज़ में आए। सुशांत का ये बर्ताव मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा था, क्योंकि मैं वहां इवेंट की फोटोग्राफ्स लेने ही गया था और उन्होंने फोटो क्लिक करवाने से मना कर दिया था’।
आपको बता दें सुशांत और सारा ने फिल्म 'केदारनाथ' में साथ का किया था।इस फिल्म के बाद दोनों के अफेयर की खबरें भी आई थीं। हालांकि कभी ये कन्फर्म नहीं हो सका कि सारा और सुशांत ने एक दूसरे को डेट किया था या नहीं। हाल ही में एक्टर की पहली बरसी पर सारा ने सुशांत के लिए अपने सोशल मीडिा अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें एक्टर के साथ स्वीमिंग पूल में नज़र आ रही हैं।
इस फोटो के साथ एक्ट्रेस ने लिखा, 'जब भी मुझे मदद, सलाह और हंसने की जरूरत पड़ी तो तुम हमेशा मेरे साथ थे। तुमने मेरा एक्टिंग की दुनिया से परिचय करवाया। मुझे यकीन दिलवाया कि सपने सच हो सकते हैं और मुझे वो सबकुछ दिया जो आज मेरे पास है। आज भी विश्वास नहीं होता कि तुम चले गए हो। लेकिन जब भी मैं सितारों, उगते हुए सूरज और चांद को देखती हूं तो मुझे एहसास होता है कि तुम यहीं हो। केदारनाथ से एंड्रोमेडा तक।'