Sushant Singh Rajput Death News: सुशांत की मौत से विचलित कंगना रनोट बॉलीवुड पर बरसीं
Sushant Singh Rajput Death News अगर आप उनके कुछ लास्ट पोस्ट देखें तो वो लोगों से इल्तिज़ा कर रहे हैं कि प्लीज़ मेरी फ़िल्में देखो। मेरा कोई गॉडफादर नहीं है।
नई दिल्ली, जेएनएन। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह सवाल इंडस्ट्री के अंदर से ही उठाये जा रहे हैं। आख़िर ऐसा क्या हुआ कि इतनी सम्भावनाओं वाले एक्टर को आत्म-हत्या जैसा क़दम उठाना पड़ा। क्या इंडस्ट्री ने उनके काम को तवज्जो नहीं दी? कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में भी इस ओर इशारा किया गया है कि आउटसाइडर होने की वजह से सुशांत को उनका हक़ नहीं मिल सका। अब कंगना रनोट ने एक वीडियो के ज़रिए सुशांत के निधन पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है। उन्होंने उन लोगों को आड़े हाथों लिया, जो सुशांत को कमज़ोर बता रहे हैं।
वीडियो में कंगना कहती हैं कि सुशांत की मौत ने उन्हें झिंझोड़ दिया है। कुछ लोग पैरेलल नैरेटिव चला रहे हैं कि जिन लोगों का दिमाग कमज़ोर होता है, वो ऐसे डिप्रेशन में चले जाते हैं और सुसाइड वगैरह कर लेते हैं। जिस बंदे ने स्टैनफोर्ड की स्कॉलरशिप ली हो और जो इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्ज़ाम का रैंक होल्डर है, उसका दिमाग कैसे कमज़ोर हो सकता है।
अगर आप उनके कुछ लास्ट पोस्ट देखें तो वो लोगों से इल्तिज़ा कर रहे हैं कि प्लीज़ मेरी फ़िल्में देखो। मेरा कोई गॉडफादर नहीं है, मुझे इंडस्ट्री से निकाल दिया जाएगा। अपने इंटरव्यूज़ में वो ज़ाहिर कर रहे हैं कि क्यों मुझे इंडस्ट्री नहीं अपनाती है। मैं बाहरी महसूस करता हूं। क्या यह इस हादसे की कोई बुनियाद नहीं है? उनको डेब्यू के लिए कोई अवॉर्ड नहीं मिला। धोनी या छिछोरे को कोई अवॉर्ड नहीं मिला।
गली व्बॉय जैसी वाहियात फ़िल्म को सारे अवॉर्ड मिलते हैं। छिछोरे बेस्ट डायरेक्टर की बेस्ट फ़िल्म है, उसे कोई एकनॉलिजमेंट नहीं मिलता। कंगना अपना उदाहरण देते हुए कहती हैं कि मैं जो फ़िल्में डायरेक्ट करती हूं। उन सुपरहिट फ़िल्मों को यह फ्लॉप घोषित कर देते हैं। मुझ पर छह केसे क्यों डाले गये। मुझे जेल में डालने की कोशिश की गयी। इनके चमचे जर्नलिस्ट सुशांत पर ब्लाइंड आइटम लिखते हैं कि वो साइकोटिक है।
कंगना कहती हैं कि सुशांत की गल्ती यही है कि वो उनकी बात मान गया। उन्होंने कहा कि तुम वर्थलेस हो, तो उसने मान लिया। वो चाहते हैं कि वो इतिहास लिखें। वो यह लिखें कि सुशांत कमज़ोर दिमाग का था। वो यह नहीं बताएंगे कि सच्चाई क्या है। तो हमें यह डिसाइड करना है कि इतिहास कौन लिखेगा। कंगना कहती हैं कि हमें आपसे फ़िल्में नहीं चाहिए। लेकिन हमारी जो फ़िल्में हैं, उन्हें तो अहमियत दीजिए।