Sushant Singh Rajput की मौत की जांच पर कांग्रेस नेता ने उठाए सवाल, कहा- 310 दिन बाद भी CBI का मुंह क्यों बंद ?
सुशांत सिंह राजपूत को गुजरे एक साल हो गए हैं। बीते साल 14 जून को बांद्रा स्थित उनके घर में उनका शव मिला था। इसके बाद से सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई कर रही हैं। वहीं इस मामले में ईडी और एनसीबी की भी जांच जारी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को गुजरे एक साल हो गए हैं। बीते साल 14 जून को बांद्रा स्थित उनके घर में उनका शव मिला था। इसके बाद से सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई कर रही हैं। वहीं इस मामले में ईडी और एनसीबी की भी जांच जारी है। हालांकि अभी तक सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह का पता नहीं चल पाया है। जांच के एक साल बीत जाने के बाद कांग्रेस नेता ने सीबीआई और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की पहली पुण्यतिथि पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत सोशल मीडिया पर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं और आरोप लगाया है कि वह सीबीई, ईडी और एनआईए का इस्तेमाल महाविकास अधाड़ी सरकार के खिलाफ कर रहे हैं। सचिन सावंत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर बैक टू बैक कई ट्वीट कर सरकार और जांच एजेंसी पर निशाना साधा है।
सचिन सावंत ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'आज सुशांत सिंह राजपूत की दुर्भाग्यपूर्ण मौत को एक साल हो गया है। सीबीआई को इस मामले में जांच करते हुए 310 दिन और एम्स के पैनल द्वारा हत्या की आशंका से इनकार किए 250 दिन हो गए हैं। सीबीआई आखिरी निष्कर्ष कब देगी? सीबीआई ने इस पर मुंह बंद क्यों किया हुआ है? सीबीआई राजनीतिक आकाओं के दबाव में है।'
सचिन सावंत ने अपने अगले ट्वीट में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया मामले का जिक्र करते हुए एनआईए की जांच पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा है, 'इसी तरह जब एंटीलिया की साजिश वाजे सहित अधिकारियों ने रची थी, जो सभी तत्कालीन मुंबई सीपी कार्यालय से हैं, तो एनआईए मास्टरमाइंड को पकड़ने में सक्षम क्यों नहीं है? क्या यह सुरक्षा किसी सौदे का हिस्सा है? परमबीर सिंह से पूछताछ क्यों नहीं हो रही है? आखिर क्यों एनआईए बार-बार कोर्ट से समय मांग रही है और कुछ भी नहीं कर रही है।'
सचिन सावंत ने अपने तीसरे ट्वीट में मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'लोगों का ध्यान हटाने के लिए एंटीलिया मामले में परमबीर के निराधार आरोपों में आकस्मिक सबूतों को अधिक महत्व दिया जाता है। मोदी सरकार एनआईए, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल एमवीए (महाविकास अघाड़ी) को निशाना बनाने और उसे बदनाम करने के लिए राजनीतिक हथियार की तरह कर रही है। यह एजेंसियां अब स्वतंत्र नहीं हैं। लेकिन जीत हमेशा सच की होती है।' आपको बता दें कि सीबीआई पिछले साल 19 अगस्त से सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच कर रही है।