Sunny Leone को सताई रोजाना मजदूरी पर काम करने वाले वर्कर्स की चिंता, कहा- 'हर उस व्यक्ति की चिंता है जो मुझे...'
कोरोना काल की महामारी ने जब से पूरे देश को अपना शिकार बनाया है लोगों को जान-माल के अलावा आर्थिक नुकसान भी हुआ है। इनमें फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले छोटे कलाकार से लेकर अन्य वर्कर्स भी शामिल हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना काल की महामारी ने जब से पूरे देश को अपना शिकार बनाया है, लोगों को जान-माल के अलावा आर्थिक नुकसान भी हुआ है। इनमें फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले छोटे कलाकार से लेकर अन्य वर्कर्स भी शामिल हैं। महीनों फिल्म इंडस्ट्री के बंद होने ने छोटे कलाकारों और वर्कर्स को आर्थिक रूप से काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ा रहा है। ऐसे में बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी ने इन लोगों के लिए अपनी चिंता जाहिर की है।
अंग्रेजी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार दैनिक वेतन भोगियों की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए सनी लियोनी का कहना है कि उनका दिल ऐसे वर्कर्स के लिए रोता है। अभिनेत्री के अनुसार कलाकार अभी भी बिना किसी वित्तीय परेशानी के कुछ समय के लिए अपनी व्यवस्था कर सकते हैं, लेकिन यह वर्कर्स नहीं कर सकते। यह बात सनी लियोनी तब कही जब उनसे पूछा गया कि काम के बिना घर पर बैठना कितना मुश्किल रहा और कितना नुकसान हुआ।
अभिनेत्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम जैसे कलाकार एक या एक महीने बिना काम के रह सकते हैं। हालांकि यह हमारी परेशानी बढ़ा देगा, लेकिन मुझे सबसे ज्यादा चिंता स्पॉट ब्वॉय और लाइट ब्वॉय मेकअप आर्टिस्ट्स, हेयर दादा के लिए होती है, जो रोजाना के पैसे से अपना घर चलाया करते थे। मुझे हर उस व्यक्ति की चिंता है जो मुझे हर दिन खुश करता है और मुझे गुडमॉर्निंग करता है।'
सनी लियोनी ने आगे कहा, 'सेट पर रोजाना मजदूरी पर काम करने वाले हर आर्टिस्ट्स का बुरा हाल है। मुझे नहीं पता वह आखिर किस तरह सर्वाइव करते होंगे। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि इंडस्ट्री इनके सहारे ही चलती है। हम घर पर बैठ अपना गुजारा कर सकते हैं लेकिन यह लोग नहीं। यही सोच कर मैं परेशान हो जाती हूं। इन लोगों की मदद करनी होगी।'
इसके अलावा सीन लियोनी दिहाड़ी मजदूरों को लेकर और भी ढेर सारी बातें की हैं। आपको बता दें कि कोरोना वायरस का कहर बीते साल मार्च से जारी है। पिछले साल इस महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था। जिसके चलते सभी तरह के काम-धंधों को बंद करना पड़ा था। ऐसा ही कुछ कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देखने को मिला। दो बार लॉकडाउन लग जाने की वजह से रोजाना काम करने वाले वर्कर्स को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।