Sonu Sood To Gift E-Rickshaws: सोनू सूद की नई पहल, जरूरतमंदों को निशुल्क देंगे ई-रिक्शा
Sonu Sood To Gift E-Rickshaws सोनू सूद कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये जुटाने और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए मुंबई में आठ संपत्तियों को गिरवी रख चुके है। रिपोर्ट के अनुसार सोनू सूद लॉकडाउन में सहायता उपायों को आयोजित करने में सबसे आगे रहे हैंl
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान लोगों की सहायता करनी शुरू की थीl अब वह महामारी के चलते अपनी रोजी रोटी खो चुके लोगों की सहायता कर रहे है और उन्हें ई-रिक्शा निशुल्क उपलब्ध करवाने वाले हैंl उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी नई इनीशिएटिव शुरू की हैl इसका नाम 'खुद कमाओ, घर चलाओ' हैl
बॉलिवुड फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने इस बारे में कहा कि वह लोगों के प्यार से अभिभूत है और लगातार उनके लिए काम करते रहेंगेl एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'पिछले कई महीनों से मुझे लोगों का बहुत प्यार मिला है और इस चीज ने मुझे उनके लिए काम करते रहने के लिए प्रेरित किया हैl इसके चलते अब मैं 'खुद कमाओ घर चलाओ' लांच कर रहा हूंl'
A small step today, for a big leap tomorrow. By providing free e-rickshaws that can be used to kickstart small businesses, My effort to empower people to become self reliant. #KhudKamaoGharChalaao#MaksadTohIndiaKoBananaHaihttps://t.co/hN5ERGVMqT" rel="nofollow pic.twitter.com/x9cVN0X4SH— sonu sood (@SonuSood) December 13, 2020
सोनू सूद ने यह भी कहा, 'मेरा मानना है कि नौकरियां उपलब्ध करवाना, उपहार देने के मुकाबले ज्यादा अच्छा हैl मुझे आशा है कि मेरी यह पहल जरूरतमंदों को दुबारा अपने पैरों पर खड़ा होने में सहायता करेगीl' इसके पहले सोनू सूद ने प्रवासी रोजगार एप्स लांच किया थाl इस पर उन्होंने 50,000 से ज्यादा जॉब अपॉर्चुनिटी उपलब्ध करवाई थीl कोरोना महामारी के दौरान यह ऐप कई कंपनियों से जुड़ा हुआ था और इससे कई लोगों को नौकरियों मिली थीl
एक दिन सेल्फ़ी ज़रूर लूँगा यहाँ पर। https://t.co/TVoXuKkmMf" rel="nofollow— sonu sood (@SonuSood) December 12, 2020
इससे पहले सोनू सूद कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये जुटाने और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए मुंबई में आठ संपत्तियों को गिरवी रख चुके है। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार सोनू सूद कोरोनो वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में कई सहायता उपायों को आयोजित करने में सबसे आगे रहे हैंl उनके मानवीय प्रयासों के पीछे उनके मकसद के बारे में भी पूछताछ की गई थी।
संकट के समय में कदम बढ़ाकर लोगों की सहायता करने के उनके प्रयासों को व्यापक रूप से सराहा गया है। एक व्यक्ति ने अपनी दुकान का नाम भी उनके नाम पर रखा हैl जब सोनू ने उन्हें अपने गांव तक पहुंचने में मदद की थीl