Republic Day 2022: तानाजी, उरी, बॉर्डर... इन बॉलीवुड फिल्मों में दिखी इतिहास और देशभक्ति की झलक
फ्रीडम फाइटर्स की जिंदगी से रूबरू कराने के लिए और उनका योगदान दिखाने के लिए भारतीय सिनेमा में अब तक कई फिल्में बनाई जा चुकी हैं। 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर कुछ ऐसी ही फिल्मों की एक लिस्ट।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत का इतिहास और उसकी स्वतंत्रता को भुनाने में हिन्दी सिनेमा ने हमेशा से ही एक अहम किरदार अदा किया। देश भक्ति पर बनी फिल्मों के कारण ही आज आम जन स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान को समझ पाया है। 'मणिकर्णिका' से लेकर 'लगान' तक बॉलीवुड ने अब तक कई ऐसी फिल्में दी हैं जिन्होंने देशवासियों को अपने देश के इतिहास से रूबरू कराया है। 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐसी ही कुछ शानदार फिल्मों के बारे में आज आपको बताएंगे।
तानाजी: द अनसंग वॉरियर
मराठा योद्धा तानाजी मालुसरे के जीवन पर बनी इस फिल्म ने दर्शकों को चौंका दिया। तानाजी मालुसरे के रोल में अजय देवगन है। फिल्म ने पूरे भारत में करोड़ो में कमाई की थी और देश के कई राज्यों में इसे टैक्स फ्री घोषित किया गया था।
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक
जोश से भर देने वाली यह फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। जिसे लोगों ने काफी सराहा था। यह फिल्म भारतीय सैनिक और उनके पराक्रम को दर्शाती है। विक्की कौशल स्टारर यह फिल्म युवाओं को बेहद पसंद आई थी।
मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी
कंगना रनौत अभिनीत और आंशिक रूप से निर्देशित यह फिल्म रानी लक्ष्मीबाई(2019) के जीवन पर बनी है। इस फिल्म को काफी सराहा गया। 'मणिकर्णिका' के किरदार में कंगना ने सभी की दिल जीत था।
चक दे! इंडिया
2007 में बड़े पर्दे पर आई फिल्म चक दे इंडिया ने काफी धूम मचाई थी। शाहरुख खान की यह फिल्म 2002 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम को मिली गोल्डन जीत से प्रेरित है। इस फिल्म का डायलॉग 'मुझे स्टेट्स के नाम न सुनाई देते हैं और न ही दिखाई देते हैं, सिर्फ एक ही मुल्क का नाम सुनाई देता है- इंडिया' बहुत पॉपुलर हुआ था।
स्वादेश
शाहरुख खान अभिनीत इस फिल्म में नासा में काम करने वाले एक युवा वैज्ञानिक की कहानी है। जो अपनी अम्मा कावेरी से मिलने आता है, लेकिन वापस नहीं जाता क्योंकि उसे लगता है कि वह अपने गांव की दशा बदलने के लिए बहुत कुछ कर सकता है। उन्होंने अपने गांव के विकास के लिए खुद को समर्पित कर देता। यह नासा के मुख्यालय के अंदर फिल्माई जाने वाली पहली भारतीय फिल्म है।
रंग दे बसंती
राकेश ओमप्रकाश मेहरा की 'रंग दे बसंती' एक ऐसी फिल्म है जो भारत में सामाजिक मुद्दों के बारे में बात करती है और यह बताती है कि जनता इनसे कैसे निपट सकती है। यह फिल्म स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह और उनके साथियों का उदाहरण आम लोगों के जरिए देती है। यह फिल्म 2006 के गणतंत्र दिवस पर रिलीज़ हुई थी और इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बोर्डों से प्रशंसा मिली थी।
लगान: वंस अपॉन ए टाइम इन इंडिया
आशुतोष गोवारिकर की फिल्म लगान(2001) अपने साथी ग्रामीणों को अन्यायपूर्ण ब्रिटिश टैक्स (लगान) से मुक्त करने के लिए एक किसान की कहानी है। भुवन (आमिर खान) अंग्रेजों को उनके पसंदीदा खेल (क्रिकेट) में हराने और अपने परिवार और साथी किसानों को क्रूर और अन्यायपूर्ण शासकों से मुक्त करने की शपथ लेता है।
मंगल पांडे: द राइजिंग
2005 में, आमिर खान की 'मंगल पांडे: द राइजिंग' रिलीज़ हुई थी। स्वतंत्रता का पहला युद्ध 1857 में मंगल पांडे द्वारा शुरू हुआ था। यह फिल्म केतन मेहता द्वारा निर्देशित है। हालांकि आमिर के प्रदर्शन की प्रशंसा की हुई थी।
बॉर्डर
मल्टी-स्टारर वॉर ड्रामा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान की परिस्थितियों के इर्द-गिर्द घूमती है। उस समय की सच्ची घटनाओं से प्रेरित, फिल्म मुख्य रूप से लोंगेवाला की लड़ाई पर केंद्रित है। सनी देओल जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, तब्बू सहित अन्य लोगों की अदाकारी ने सबका मन मोह लिया था। फिल्म के गानें दिल को छू लेने वाले हैं।
द लीजेंड ऑफ भगत सिंह
2002 में आई अजय देवगन द्वारा अभिनीत 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' एक यादगार फिल्म है। राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित, फिल्म ने दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते थे। फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ हिंदी और अजय ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।
गांधी
1982 में महात्मा गांधी पर आधारित फिल्म 'गांधी' बनी थी। रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित, फिल्म में बेन किंग्सले को गांधी के रूप में दिखाया गया है। उस युग में, फिल्म ने 127.8 मिलियन की कमाई की, साथ ही चार ऑस्कर भी जीते।