तो क्या फरहान अख्तर को ऑफर हुई थी 'रंग दे बसंती' ? एक्टर ने बताया आखिर क्यों ठुकराई थी फिल्म
आमिर खान की रंग दे बसंती को लेकर फिल्म के प्रोड्यूसर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने एक राज़ से पर्दा उठाया है। उन्होंने बताया कि ये फिल्म पहले फरहान अख्तर को ऑफर की थी तो एसा क्या हुआ कि फिल्म फरहान ने काम करने से मना कर दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती को कौन भूल सकता है। आमिर की बेहतरीन फिल्मों मे से एक इस फिल्म में आमिर की अदाएगी और लुक को हमेशा लोग एडमायर करते हैं। अब फिल्म के प्रोड्यूसर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने एक राज से पर्दा उठाया है। उन्होंने बताया कि ये फिल्म पहले फरहान अख्तर को ऑफर की थी, तो एसा क्या हुआ कि फरहान ने फिल्म के लिए मना कर दिया।
फरहान ने इसलिए रिजेक्ट की थी फिल्म
पीटीआई से बात करते हुए राकेश ने कहा, 'फरहान उस समय वास्तव में खुश था क्योंकि उसने 'दिल चाहता है' फिल्म के डायरेक्शन को खत्म किया था और 'लक्ष्य' पर काम कर रहा था। मैंने उससे कहा कि मैं चाहता हूं कि वह मेरी फिल्म में एक्टिंग करे। उस समय उसे विश्वास नहीं हुआ क्योंकि वह डायरेक्शन में बिजी था।
मैंने उन्हें 'रंग दे बसंती' में करण की भूमिका की पेशकश की थी, जो पूरी फिल्म में एकमात्र लेखक के कैरेक्टर पर बेस्ड था। फरहान यह सुनकर खुश हुआ था, मैं उसकी आंखों में चमक देख सकता था। उसने सोचा कि ये आदमी मुझे फिल्म में एक्टिंग करते हुए क्यों देखना चाहता है।'
खुद को एक्टर के तौर पर नहीं देख पा रहे थे फरहान
राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने आगे कहा कि फरहान को स्क्रिप्ट पसंद आई थी लेकिन उस समय वह खुद को एक्टिंग करते हुए नहीं देख रहे थे। फरहान ने अपनी डायरेक्ट की हुई फिल्में 'दिल चाहता है' और 'लक्ष्य' के लिए खूब वाहवाही बटोरी थी। रॉक ऑन के साथ उन्होंने 2008 में अपने अभिनय की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने राकेश के साथ आखिरकार ओलंपियन मिल्खा सिंह की बायोपिक भाग मिल्खा भाग में काम किया।
ओमप्रकाश मेहरा की तूफान में आएंगे नजर
बता दें कि फरहान अख्तर एक बार फिर निर्माता राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म 'तूफान' में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में मृणाल ठाकुर, परेश रावल, सुप्रिया पाठक कपूर, हुसैन दलाल, डॉ. मोहन अगाशे, दर्शन कुमार और विजय राज हैं। राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित, फिल्म का हाई-ऑक्टेन ट्रेलर हमें अज्जू भाई नामक एक स्थानीय गुंडे की उस लाइफ जर्नी के बारे में बताता है जिसमें एक गुंडा, अजीज अली नामक पेशेवर मुक्केबाज बन जाता है।