मंत्री स्मृति ईरानी ने मजदूरों की मदद कर रहे सोनू सूद की तारीफ, कहा- मुझे आप पर गर्व है
सोनू सूद लगातार बसों और अन्य यातायात साधनों की सहायता से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। लोग उनकी तारीफ भी कर रहे हैं।
नई दिल्ली,जेएनेन। कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से देश में 31 मई तक लॉकडाउन है। इस बीच लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों का आर्थिक स्थिति लगातार ख़राब हो रही है। बंद की वजह से यातायात संसाधन की दिक्कतें हैं। ऐसे में कुछ प्रवासी मजदूर पैदल ही घर की ओर पलायन कर रहे हैं। इस बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद प्रवासी मजदूरों की मदद में जुटे हुए हैं।
सोनू सूद लगातार बसों और अन्य यातायात साधनों की सहायता से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। लोग उन्हें टैग करते हुए ट्वीट कर रहे हैं, सोनू उन सभी लोगों की मदद कर रहे हैं। ट्विटर पर सोनू सूद इस बीच कई बार टॉप ट्रेंड्स में शामिल हो चुके हैं। वहीं, सोनू के इस काम पर एक्स टीवी एक्ट्रेस और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की नज़र पड़ी। उन्होंने भी सोनू की सोशल मीडिया पर तारीफ की।
स्मृति ईरानी ने सोनू की तारीफ में ट्वीट करते हुए लिखा, 'मुझे इस बात का सौभाग्य है कि मैं आपको पिछले दो दशक से बतौर प्रोफेशलन साथी जाने का मौका मिला। अब सोनू सूद एक एक्टर के तौर पर जाने जाते हैं। लेकिन इस मुश्किल समय में आप ने जो दया भाव दिखाया है, उस पर मुझे गर्व है। जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए शुक्रिया।'
I’ve had the privilege of knowing you as a professional colleague for over 2 decades now @SonuSood & celebrated your rise as an actor ;but the kindness you have displayed in these challenging times makes me prouder still 🙏thank you for helping those in need🙏🙏 https://t.co/JcpoZRIr8M" rel="nofollow— Smriti Z Irani (@smritiirani) May 24, 2020
लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं सोनू सूद
आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामरी के भारत में प्रवेश के समय से सोनू सूद अलग-अलग तरीकों से लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना के खिलाफ़ जंग में फ्रंट लाइन्स वर्कस के लिए अपना होटल दिया। इसके अलावा वह अन्यशक्तिदानम् नाम की मुहीम भी चलाई। जिसके तहत प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंद लोगों को लगातार भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। रमज़ान के दौरान उन्होंने स्पेशल भूखे लोगों के लिए खाने की प्रंबध कराया। अब जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि वह लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे हैं।