Patriotic Web Series: दर्शकों को जल्द मिलेगा वेब सीरीज का खास तोहफा, दिखेंगे CRPF के जवानों की बहादुरी के किस्से
हिंदी सिनेमा में देशभक्ति से प्रेरित कई फिल्में बन चुकी हैं। यह फिल्में देश की किसी खास घटना या फिर किसी शूरवीर की कहानी कहती हैं। दर्शक भी देशभक्ति से प्रेरित फिल्मों को हमेशा से पसंद करते आए हैं।
मृगेंद्र पांडेय (नईदुनिया) रायपुर । हिंदी सिनेमा में देशभक्ति से प्रेरित कई फिल्में बन चुकी हैं। यह फिल्में देश की किसी खास घटना या फिर किसी शूरवीर की कहानी कहती हैं। दर्शक भी देशभक्ति से प्रेरित फिल्मों को हमेशा से पसंद करते आए हैं। हमारे देश के कई शहीद जवानों पर भी फिल्में और वेब सीरीज बन चुकी हैं। अब नक्सली हमलों में शहीद हुए जवानों की गाथा को वेब सीरीज में दिखाया जाएगा।
नक्सल मोर्चे पर लोहा ले रहे सीआरपीएफ के जवानों की वीरगाथा अब इंटरनेट मीडिया के माध्यम से युवाओं तक पहुंचेगी। देशभर में सीआरपीएफ के 2,224 जवान अब तक अलग-अलग अभियानों में बलिदान दे चुके हैं। इनमें आधों ने छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर शहादत दी है। पिछले 20 वर्षो में छत्तीसगढ़ में 1200 जवान शहीद हुए हैं।
नक्सलियों के कई बड़े वार को झेलने के बाद भी विभिन्न प्रदेशों से संबंध रखने वाले जवान विषम परिस्थितियों के बीच घने जंगलों में अपनी जान की बाजी लगाकर डटे हुए हैं। इन जवानों के त्याग, मानवता और साहस को अब युवा पीढ़ी को बताया जाएगा। सीआरपीएफ के केंद्रीय संगठन ने जवानों की अनसुनी कहानियों को लेकर वेब सीरीज प्लान किया है। आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सीआरपीएफ ने स्लो कंटेंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक एमओयू किया है।
सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी सेंट्रल जोन कुलदीप सिंह ने बताया कि जवानों की बहादुरी के किस्से शहादत के बाद घर-परिवार और दोस्तों के बीच सिमट कर रह जाते हैं। साथी जवानों के पास भी शहीद की वीरता के बारे में बताने के लिए बहुत कुछ होता है। परिवार के सदस्यों की यादें भी काफी मायने रखती हैं। इस आडियो और वीडियो सीरीज में इन यादों और बलिदान को समेटने की कोशिश की जाएगी। यह अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा, जिसे देखने के बाद न सिर्फ जवानों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि युवा पीढ़ी के बीच फोर्स में आने की ललक भी पैदा करेगा। पहले चरण में छत्तीसगढ़ के करीब 20 शहीद जवानों की कहानी को जनता के बीच परोसा जाएगा।
शहीद जवानों के साथी मुख्य भूमिका में होंगे
सीआरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि वेब-सीरीज में शहीदों के साथी कलाकार भी भूमिका में नजर आएंगे। नीलेश मिसरा की आवाज को आडियो सीरीज में शामिल किया जाएगा। सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान वीडियो-आडियो और टेक्स्ट माध्यमों से अपनी प्रतिभा का परिचय देंगे।
स्लो एप पर लांच होगा
सीआरपीएफ की शौर्य गाथाओं को वीडियो और आडियो कंटेंट के रूप में स्लो एप पर लाया जाएगा। एप में सीआरपीएफ के लिए एक अलग सेगमेंट होगा। इसमें जवानों की बहादुरी, बलिदान और विजयगाथा की कहानियां आडियो और वीडियो माध्यम में सुनाई जाएंगी।
वर्जन
वीरगाथाओं को वेब सीरीज में शामिल किया जाएगा। जवानों ने विषम परिस्थितियों में पूरे जोश के साथ मुकाबला किया है। इन कहानियों के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी भी जवानों की शहादत के बारे में जान पाएगी।
- कुलदीप सिंह, स्पेशल डीजी, सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़
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जवानों की अनसुनी कहानियों को देश तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी भी है। सुरक्षा और सेवा में सीआरपीएफ जवान हमेशा आगे रहते हैं। उनकी हर कहानी प्रेरणादायक है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि उसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।