Hungama 2 से वापसी कर रही शिल्पा शेट्टी बोलीं- ऐसा काम करना चाहती हूं जो अपने बच्चों को दिखा सकूं
Hungama 2 शिल्पा शेट्टी ने कहा- मुझे बहुत सी स्क्रिप्ट आफर होती हैं जिसमें बहुत सारा रोना-धोना या ज्ञान वाली बातें होती हैं। मैं उनसे दूर भागती हूं। ऐसा काम करना चाहती हूं जो अपने बच्चों को दिखा सकूं।
मुंबई ब्यूरो, प्रियंका सिंह। डिज्नी प्लस हाटस्टार पर रिलीज हो रही ‘हंगामा 2’ से करीब 14 साल बाद शिल्पा शेट्टी अभिनय में वापसी कर रही हैं। हालांकि इस दौरान वे इंटरनेट मीडिया और टेलीविजन के माध्यम से अपनी मौजूदगी दर्ज कराती रहीं। उनसे प्रियंका सिंह की बातचीत के अंश...
14 साल बाद फिल्म प्रमोशन में क्या बदलाव देख रही हैं?
बहुत बदलाव आ गया है। पहले काम करो, फिर रिलीज से पहले खुद ही तारीफ करो। प्रमोशन करना बहुत ही मुश्किल काम है, लेकिन मुझे लगता है कि समय के साथ आगे बढ़ना चाहिए। अब कोविड की वजह से सब वर्चुअली हो रहा है, तो कम समय में ज्यादा काम हो रहा है।
आप टीवी पर तो लगातार काम करती रहीं। क्या फिल्मों के सेट पर भी बदलाव नजर आया?
अब काम करने का एक मैथेड है। हां, क्राफ्ट वही है। मुझमें काम के प्रति वैसा ही जुनून है। मैं अब भी अपना बेस्ट करना चाहती हूं। हां, अब पहले जैसा डर नहीं है। दक्षिण भारतीय होने के कारण करियर की शुरुआत में मुझे हिंदी बहुत अच्छे से नहीं आती थी। मैं नर्वस हो जाती थी। पहले के मुकाबले हिंदी बहुत बेहतर बोल लेती हूं। एक चीज जो नहीं बदली है, वह है सिनेमा, काम और दर्शकों के लिए मेरा प्यार। मैं गर्व से कहती हूं कि पिछले 14 साल से फिल्में न करने के बावजूद मुझे दर्शकों का खूब प्यार मिला। उन्हीं के प्यार के लिए मैं काम करती हूं और आगे भी करना चाहती हूं।
कमबैक के लिए कामेडी फिल्म को क्यों चुना?
मेरा कमबैक ‘निकम्मा’ फिल्म के साथ होना था। मुझे लगता है कि ईश्वर भी चाहते थे कि ‘हंगामा 2’ से कमबैक करूं। हम जिस महामारी से गुजर रहे हैं, वह बहुत ही तनावपूर्ण है। मैं चाहती हूं कि लोगों के चेहरे पर इस फिल्म से हंसी लेकर आऊं। मुझे बतौर दर्शक भी गंभीर फिल्में देखना ज्यादा पसंद नहीं है। मैं कलाकार के तौर पर ऐसा काम करना चाहती हूं, जिससे लोगों का मनोरंजन हो। मुझे बहुत सी स्क्रिप्ट आफर होती हैं, जिसमें बहुत सारा रोना-धोना या ज्ञान वाली बातें होती हैं। मैं उनसे दूर भागती हूं। ऐसा काम करना चाहती हूं, जो अपने बच्चों को दिखा सकूं।
आप फिटनेस आइकन मानी जाती हैं। क्या आदर्श होना भी कई बार दबाव महसूस कराता है?
दबाव तब होता, जब मैं अपने व्यक्तित्व से कुछ अलग करूं। मैं वह कर रही हूं, जिससे मुझे प्यार है, जिसके लिए मैं जुनूनी हूं। मैं जैसी दिखती हूं, वह मेरी फिटनेस और स्वास्थ्य की वजह से है। लोग मेरी सराहना करते हैं कि मैं घर और काम के बीच संतुलन बनाकर चलती हूं, लेकिन यह काम मेरी टीम के बिना संभव नहीं है। सिर्फ दो डिपार्टमेंट हैं, जहां मुझे खुद काम करना पड़ता है, पहला, एक्टिंग और दूसरा, अपने बच्चों के प्रति मां होने के नाते मेरी जिम्मेदारी। मां की जिम्मेदारी निभाना मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। मैं जीवन से काफी संतुष्ट और खुश हूं। वही बात मेरे काम और व्यक्तित्व में झलकती है।
बेटे वियान और बेटी समीशा की परवरिश में कितना अंतर पाती हैं?
वक्त के साथ काफी कुछ बदल जाता है। नौ साल पहले मैंने वियान के लिए क्या किया था, मुझे कुछ भी याद नहीं। दोनों बच्चों में आठ साल का अंतर है। मुझे फिर से सीखना पड़ा। पहले बच्चे के साथ सब कुछ नया होता है। उसे छींक भी आए, तो लगता है कि क्या हो गया, लेकिन इस बार मुझे डर नहीं लगा। इस बार आत्मविश्वास था। एक समानता है कि मैंने दोनों को अनुशासन में रखा है। बाकी जैसी परवरिश मेरे मम्मी-पापा ने मेरी की है, वही परवरिश मैं उन्हें भी देने की कोशिश कर रही हूं। वैसे यह मुश्किल है, क्योंकि यह दौर अलग है। आज के बच्चे बहुत स्मार्ट हैं।
आपको फिल्मों में देखकर बेटे की क्या प्रतिक्रिया रही?
वियान बहुत खुश हैं। उनकी वजह से ही मैंने काम करना शुरू किया है। वह कहते हैं कि मम्मी मैं आपको एक्टिंग करते हुए देखना चाहता हूं। वियान और राज (राज कुंद्रा) के सपोर्ट की वजह से मैं काम कर पाती हूं। कई बार मैं राज को श्रेय नहीं दे पाती, लेकिन जो भी कर पा रही हूं, उन्हीं की वजह से संभव है।