सीएए और एनआरसी प्रदर्शन में लोगों को याद आए शाहरुख़ ख़ान, गाया गया एक ख़ास गाना
सोशल मीडिया पर शाहीन बाग के प्रदर्शन का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में तुझ देखा तो ये जाना सनम शाहरुख हो गया बेगाना सनम गाना गाया जा रहा है।
नई दिल्ली,जेएनएन। भारत में शाहरुख़ ख़ान के फैंस हर जगह मौजूद हैं। उनके गानों का अपना एक अलग ही क्रेज है। लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ है कि किंग ख़ान को अपना गाना शायद उतना पसंद ना आए। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़ंस (NRC) के विरोध में शाहरुख़ ख़ान पर फ़िल्माए गए गाने का इस्तेमाल किया गया है। इस गाने के जरिए शाहरुख़ से ही सवाल पूछे गए हैं।
सोशल मीडिया पर शाहीन बाग के प्रदर्शन का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में 'तुझे देखा तो ये जाना सनम, शाहरुख हो गया बेगाना सनम' गाना गाया जा रहा है। वीडियों में तीन लोग मिलकर गाना गा रहे हैं। गाने के जरिए शाहरुख़ से सवाल पूछे जा रहे हैं। यह गाना शाहरुख़ ख़ान और काजोल की फ़िल्म 'दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में आया था। इस गाने को कुमार सानू और लता मंगेशकर ने मिलकर गया था। इसे गाने को फ़िल्मफेयर में बेस्ट लिरिक्स का अवॉर्ड भी मिला था।
#ShaheenBagh sends its love to SRK in a way never seen before:
Tujhe dekha to ye jaana sanam,
Shahrukh hogaya begaana sanam
Somebody please show this to @iamsrk
. #ShaheenBaghProtest #ShaheenBaug pic.twitter.com/knXQL3W7vG— Md Mubashshir Naseer (@Mubashshir_N) January 9, 2020
बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़ंस के खिलाफ लंबे समय से प्रोटेस्ट चल रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में ऐसे ही कई वीडियो सामने आए हैं। वहीं, शाहरुख़ ख़ान का भी दिल्ली से काफी गहरा रिश्ता है। शाहरुख़ का जन्म दिल्ली में हुआ है। उन्होंने हंसराज कॉलेज और जामिया मिल्लिया इस्मिलाया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
शाहरुख़ ख़ान के इतर कई ऐसे एक्टर्स हैं, जो इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। इसमें अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर, रिच्चा चड्ढा और फरहान अख्त़र जैसे एक्टर्स काफी सक्रिय हैं। वहीं, शाहरुख़ ने इस मामले में अभी अपना कोई भी विचार नहीं रखा है। सीएए और एनआरसी को लेकर बॉलीवुड सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है। वहीं, सोशल मीडिया की सक्रियता को लेकर अजय देवगन ने हाल ही में कहा कि एक्टर्स को अपने काम के लिए पहचाना जाना चाहिए, ना कि अपने सोशल मीडिया एक्टिविटी के लिए।