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संजय मिश्रा अभिनीत 'राखोश' को राजस्थान फ़िल्म समारोह में बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड

राखोश की कहानी बिरसा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मानसिक रोगियों के अस्पताल में भर्ती है। फ़िल्म में बिरसा के किरदार को नमित दास ने आवाज़ दी है।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Fri, 25 Jan 2019 11:49 AM (IST)Updated: Sun, 27 Jan 2019 08:36 AM (IST)
संजय मिश्रा अभिनीत 'राखोश' को राजस्थान फ़िल्म समारोह में बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड
संजय मिश्रा अभिनीत 'राखोश' को राजस्थान फ़िल्म समारोह में बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड

मुंबई। मशहूर मराठी लेखक नारायण धड़प की कहानी 'पेशेंट नंबर 302' पर बनी सायकॉलॉजिकल थ्रिलर फ़िल्म 'राखोश' को राजस्थान इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल (RIFF) में बेस्ट डायरेक्टर के ज्यूरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। बताते चलें कि 2018 में धड़प की कहानी पर बनी थ्रिलर फ़िल्म 'तुम्बाड़' काफ़ी चर्चा में रही थी। 

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'राखोश' (बंगाली भाषा में राक्षस का उच्चारण) एक प्रयोगात्मक फ़िल्म है, जिसे देश की पहली पीओवी (प्वाइंट ऑफ़ व्यू) फ़िल्म कहा जा रहा है। इस तरह की फ़िल्मों में कहानी कैमरे के ज़रिए ही बयां की जाती है, या कह सकते हैं कि कैमरा ही लीड रोल निभाता है। फ़िल्मों को शूट करने के लिए कैमरे को एक चलती-फिरती सतह पर स्थापित कर दिया जाता है और कैमरा फ्रेम में मौजूद दूसरे किरदारों से मुख़ाबित होता है और सारे किरदार कैमरे की तरफ़ देखकर बात करते हैं।

'राखोश' की कहानी बिरसा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मानसिक रोगियों के अस्पताल में भर्ती है। फ़िल्म में बिरसा के किरदार को नमित दास ने आवाज़ दी है। फ़िल्म में संजय मिश्रा, तनिष्ठा चैटर्जी, प्रियंका बोस और बरुण चंद्र ने अहम किरदार निभाये हैं। 

'राखोश' की निर्माता सयाली देशपांडे ने अवॉर्ड जीतने पर ख़ुशी जताते हुए कहा कि जब उन्होंने फ़िल्म की स्क्रिप्ट सुनी, तभी से वो इसे दुनिया के सामने पेश करने के लिए बेक़रार हो गयी थीं। अभिजीत कोकाटे निर्देशित राखोश की कहानी श्रीविनय सालियान ने लिखी है और सह निर्देशन भी किया है। श्रीविनय पहले इस फ़िल्म से बतौर लेखक ही जुड़ने वाले थे।

श्रीविनय बताते हैं कि उन्हें किसी ने पेशेंट नंबर 302 की कहानी सुनाई थी और फिर फ़िल्म लिखने को कहा था। फ़िल्म लिखने से पहले वो नारायण धड़प की किताब नहीं पढ़ना चाहते थे। श्रीविनय कहते हैं, ''मैंने मेकर्स से कहा कि पहले मैं कहानी लिखता हूं, अगर उन्हें पसंद नहीं आयी तो फिर मैं किताब पढूंगा और स्क्रिप्ट में सुधार करूंगा। अच्छी बात यह हुई कि उनको मेरी कहानी पसंद आ गयी।''

'राखोश' में प्रशेन क्यावल ने क्रिएटिव प्रोड्यूसर की ज़िम्मेदारी निभायी है, जबकि दिनेश पुजारी ने फ़िल्म का संपादन किया है। फ़िल्म को इससे पहले पुणे इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में भी स्क्रीन किया जा चुका है। 


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