आज की जेनेरेशन से है सलमान ख़ान को बड़ी शिकायत, छलक उठा उनका दर्द
हमारी जेनरेशन में वह प्यार और अपनापन नहीं देखने को मिलता जो...
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। खालिद मोहम्मद द्वारा लिखी वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख की आॅटोबायोग्राफी के लांचिंग में सलमान ख़ान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। सलमान ने ही आशा की किताब में फॉरवर्ड यानी की भूमिका भी लिखी है। सलमान ख़ान का पूरा परिवार हमेशा से आशा के बेहद करीबी रहा है। हेलन उनकी खास दोस्तों में से एक हैं और सलीम ख़ान की भी वे बेहद अजीज रही हैं। यही वजह है कि सलमान ख़ान ने आशा की गुजारिश पर किताब से जुड़ने का तुरंत फैसला किया। इस मौके पर सलमान प्यार और दोस्ती की बात करते हुए थोड़े भावुक भी नज़र आये।
लांचिंग के दौरान सलमान ख़ान ने हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में दोस्ती को लेकर कई अहम बातें कहीं। सलमान ने कहा कि मैं आशा जी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इस काबिल समझा कि इस किताब से जोड़ा। मैं आशा आंटी को काफी अरसे से जानता हूं। आशा आंटी, हेलन आंटी माइ मदर, वहीदा आंटी शम्मी आंटी, साधना आंटी, मेरे डैड, नंदा आंटी, ये सभी गहरे दोस्त हैं और उनकी दोस्ती आज भी बरकरार है। ये सभी अपने करियर के शुरुआती दौर से दोस्त हैं। हमारी जेनरेशन में वह प्यार और अपनापन नहीं देखने को मिलता। हम सभी भाई बचपन से इन सभी को वैसे ही देख रहे हैं, जैसे कि आज हैं। दोस्ती इसे ही कहते हैं। खास कर आज की गर्ल जेनरेशन को इंस्पीरेशन लेना चाहिए।
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सलमान ने स्पष्ट कहा कि आज के दौर में प्योर फ्रेंडशीप वाली फिलिंग बिल्कुल मिसिंग है। आज लोग प्रोफेशनल अधिक हैं। इसलिए वह दुआ करेंगे कि इनकी दोस्ती हमेशा कामयाब रहे। सलमान ने साथ ही यह भी कहा कि आॅटोबायोग्राफी लिखना हिम्मत का काम है। वे कभी आॅटोबायोग्राफी नहीं लिख पायेंगे।