‘आरके’ पर फैसला दिल पर पत्थर रख कर लिया, पर कोई और रास्ता नहीं- रणधीर कपूर
मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरुपम ने मांग की है कि आरके स्टूडियो को राजकपूर से जुड़ी यादों को संजोने के लिए एक संग्रहालय के रूप में स्थापित किया जाय।
रूपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। फिल्म अभिनेता रणधीर कपूर ने कहा है कि उनके पिता की यादों का सहारा यानि आरके स्टूडियो को बेचने के फैसले से उनका कपूर खानदान दुखी है लेकिन ये फैसला दिल पर रख कर लेना पड़ा है। इसके अलावा उनके पास कोई चारा नहीं था।
एक इंटरव्यू में रणधीर ने कहा कि आर के स्टूडियो में लगी आग पर चलते उनसे जुड़ी हुई सभी यादगार चीजें जलकर राख हो गई थीं, कुछ भी नहीं बचा था l रणधीर कपूर कहते हैं, “आग लगने के बाद हमें पूरा स्टूडियो खोलना पड़ा था जिसके चलते पैसो के मुकाबले भावनाओं का अधिक नुकसान हुआ हैl हम राज कपूर से जुड़ी सभी यादें खो बैठे हैंl राज कपूर जी ने जो भी बनाया था, वह जल गया हैl सब कुछ खत्म हो गयाl’ रणधीर कपूर आगे कहते हैं,’जिस प्रकार की आज सड़कों की स्थिति है और और भारी ट्रैफिक है ऐसे में कोई भी कलाकार चेंबूर के हमारे स्टूडियो में शूट करने के लिए नहीं आना चाहताl उन्हें फिल्म सिटी जाना अधिक सरल लगता है, जिसके चलते हमने बहुत ही भारी मन से हमने यह तय किया है कि हम इसे बेच देंगे l मेरा पूरा परिवार बहुत ही दुखी है लेकिन इसके अलावा कोई चारा भी नहीं हैl
गौरतलब है कि पिछले वर्ष आर के स्टूडियो के एक सेट पर आग लग गई थीl जिसमें सब ख़ाक हो गया l पिछले सप्ताह ही ऋषि कपूर ने आर के स्टूडियो को बेचने की बात कह कर सभी सिनेमा जगत के प्रेमियों को एक सदमा दे दिया था l आर के स्टूडियो मुंबई के चेंबूर इलाके में स्थित है जिसे राज कपूर ने 1948 में बनाया था l यहां हिंदी सिनेमा की कई बेहतरीन फिल्में शूट की गई हैं। इस बीच आरके स्टूडियो को लेकर नेता भी कूद पड़े हैं। मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरुपम ने मांग की है कि आरके स्टूडियो को राजकपूर से जुड़ी यादों को संजोने के लिए एक संग्रहालय के रूप में स्थापित किया जाय।
करीना ने पिछले दिनों अपने कहा था कि पापा , चिंटू अंकल और बाकी सभी बड़ों ने इस बारे में फैसला लिया है, तो मेरे ख़याल है कि वे ही इस पर बात करने के लिए सही व्यक्ति होंगे, जिनसे आपको बात करनी चाहिए l हां, मगर मैं ये जरूर कहूँगी कि ये जगह हमारे लिए बहुत बड़े सम्मान की तरह है l यह जगह हमारे लिए घर की तरह रही है और यह भी सच है कि आर के स्टूडियो हमारे लिए ही नहीं, पूरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी और खास जगह रही है l और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उसके काफी ग्लोरियस साल रहे हैं l यह भी सच है, इसका सम्मान उतना ही रहेगा. हमेशा की तरह l
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