Interview: ये है राजकुमार राव की कामयाबी का राज़, जानिए कुछ और रोचक जवाब
चलते चलते हमने उनसे उनकी ख़ास दोस्त पत्रलेखा के बारे में भी पूछ लिया। उनका नाम सुनकर वो मुस्कुराने लगे और कहा कि..
हीरेंद्र झा, मुंबई। 31 अगस्त को राजकुमार राव का जन्मदिन होता है। अपने टैलेंट और अपनी एक ख़ास अभिनय शैली से बड़ी ही तेज़ी से उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इस साल राजकुमार राव अपना 35 वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनके लिए दोहरी ख़ुशी की बात है कि आज ही उनकी एक फ़िल्म ‘स्त्री’ भी रिलीज़ हुई है।
बहरहाल, ‘लव सेक्स और धोखा’ से अपने अभिनय सफ़र की शुरुआत करने वाले राजकुमार राव इन दिनों एक साथ कई फ़िल्मों में नज़र आ रहे हैं। गौरतलब है कि साल 2013 राजकुमार की लाइफ़ में एक खूबसूरत मोड़ लेकर आया जब उसी साल उन्हें ‘काय पो छे’ के लिए न सिर्फ़ सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला बल्कि ‘शाहिद’ के लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का नेशनल अवार्ड भी जीता। यहां से उन्होंने सबका ध्यान अपनी तरफ खींच लिया था। हाल के वर्षों में ‘ट्रैप्ड’, ‘बहन होगी तेरी’, ‘बरेली की बर्फी’, ‘मेरी शादी में ज़रूर आना’, ‘फन्ने ख़ान’ और उससे पहले ‘न्यूटन’ जैसी फ़िल्मों के लिए वो छाए रहे। आज राजकुमार राव की अपनी एक फैन फॉलोविंग है और तमाम दिग्गज सितारों के बीच वो भी उम्मीद का दीया बनकर टिमटिमा रहे हैं!
जागरण डॉट कॉम से एक ख़ास बातचीत में राजकुमार राव ने कहा कि- ‘मैंने वही राह चुनी है, जो मैं करना चाहता था, यही है मेरी कामयाबी का सीक्रेट’। उनके मुताबिक, ‘यंगस्टर्स को अपने लिए वो चुनना चाहिए, जो अपने जीवन में करना चाहते हैं। इसके बाद उस काम को पूरी तल्लीनता के साथ करना चाहिए, जैसा उन्होंने किया है।’ राजकुमार राव जिन्होंने छोटी और हर तरह की फ़िल्मों में काम किया साथ ही नए लोगों के साथ भी लगातार काम करते रहे हैं! और यह कहा जा सकता है कि अब वो बड़े स्टार हो गए हैं।
ऐसे में जब हमने उनसे पूछा कि क्या आप अब भी नए और छोटी बजट की फ़िल्मों के लिए उपलब्ध हैं? राजकुमार राव ने हंसते हुए कहा कि अच्छी स्क्रिप्ट के लिए मैं हमेशा उपलब्ध हूं। मैंने ज़्यादातर फ़िल्में नए लोगों के साथ ही या फर्स्टटाइमर के साथ ही की हैं। उन्हीं की बात को आगे बढ़ाते हुए ‘स्त्री’ के डायरेक्टर अमर कौशिक ने भी कहा कि राजकुमार के साथ काम करना बहुत ही सहज है क्योंकि उन्हें अपने काम से प्यार है। वो यह नहीं देखते हैं कि कौन बड़ा या कौन छोटा फ़िल्ममेकर है?
पंकज त्रिपाठी के साथ राजकुमार राव की ‘न्यूटन’ बहुत चर्चा में रही और इंडिया से ऑस्कर के लिए भी गयी थी। ‘स्त्री’ में भी राजकुमार और पंकज एक बार फिर साथ-साथ हैं। दोनों की केमिस्ट्री कैसी है, यह पूछने पर राजकुमार राव कहते हैं कि ‘पंकज एक ज़बरदस्त अभिनेता हैं और हम दोनों की टाइमिंग बड़ी अच्छी है। एक दूसरे के किरदार को समझते हुए हम जो काम करते हैं उसका अच्छा परिणाम भी देखने को मिलता है। दर्शक इसे पसंद कर रहे हैं तो ज़ाहिर है कुछ अच्छा ही कर रहे होंगे।’
चलते चलते हमने उनसे उनकी ख़ास दोस्त और अभिनेत्री पत्रलेखा के बारे में भी पूछ ही लिया। उनका नाम सुनकर वो मुस्कुराने लगे और कहा कि- ‘हां वो मेरी ख़ास दोस्त हैं और इस बार हम गणपति को लेकर अभी से तैयारियों में जुटे हैं। हम मिलकर गणपति उत्सव मनाएंगे और हम दूसरे लोगों से भी यह कहना चाहेंगे कि गणपति की ऐसी मूर्तियां लेकर आयें जो इको फ्रेंडली हो और उनसे पर्यावरण का कोई नुकसान न हो।’