Raj Kundra की ज़मानत याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट का फ़ैसला सुरक्षित, गिरफ़्तारी को दी है चुनौती
राज कुद्रा को अश्लील फ़िल्म बनाने और ऐप के ज़रिए उनका कारोबार करने के आरोप में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 19 जुलाई को गिरफ़्तार किया था। राज कुंद्रा और रायन थोर्पे अभी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पोर्नोग्राफिक फ़िल्म रैकेट केस में राज कुंद्रा और रायन थोर्पे की ज़मानत याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुरक्षित रखा है। राज और रायन ने अपनी गिरफ़्तारी को अवैध बताते हुए इसे हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। राज फ़िलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं।
बता दें, राज कुद्रा को अश्लील फ़िल्म बनाने और ऐप के ज़रिए उनका कारोबार करने के आरोप में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 19 जुलाई को गिरफ़्तार किया था। 20 जुलाई को पुलिस ने उन्हें मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया था, जहां से 23 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। 23 जुलाई को अदालत ने राज और रायन की पुलिस कस्टडी बढ़ाकर 27 जुलाई तक कर दी। 27 जुलाई को दोनों आरोपियों को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। राज और रायन फ़िलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
राज ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में ज़मानत के लिए अर्ज़ी डाली थी, जिसे कोर्ट ने खारिज़ कर दिया था। इस बीच राज ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपनी गिरफ़्तारी को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी। शनिवार को राज कुंद्रा के वकील ने अपना पक्ष रखा था और सोमवार को सरकारी वकील ने अपना पक्ष रखा। सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने फ़ैसला सुरक्षित रख लिया।
Bombay High Court reserved order in petitions of businessman Raj Kundra and Ryan Thorpe challenging their arrest by Mumbai police
(File pic) pic.twitter.com/OyAIkLdbts— ANI (@ANI) August 2, 2021
लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस एएस गडकरी के समक्ष सुनवाई के दौरान सरकारी वकील अरुणा पाई ने बताया कि राज कुंद्रा के लैपटॉप पर पुलिस को 68 अश्लील वीडियो मिले थे। एक पॉवर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन भी मिला, जिस पर हॉटशॉट्स ऐप के बारे में जानकारी थी। वकील ने कहा कि कुंद्रा ने अपना आई क्लॉउड डिलीट कर दिया था। कुछ ईमेल को आई क्लाउड से रिट्रीव किया गया। रायन और प्रदीप बख्शी से उनकी बातचीत चैट्स में है। पाई ने आगे कहा कि दोनों को 41ए नोटिस जारी किया गया था। अगर दोनों सबूत मिटा रहे हैं तो जांच टीम मूक दर्शक बनी नहीं रह सकती।
उधर, 2020 में मुंबई पुलिस की साइबर सेल द्वारा दर्ज़ एक अन्य मामले में राज कुंद्रा की अंतरिम जम़ानत की याचिका पर सुनवाई 7 अगस्त तक स्थगित कर दी गयी है।