Paresh Rawal Birthday: कभी नौकरी पाने के लिए संघर्ष किया करते थे परेश रावल, जानिए खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi के कहने पर ही Paresh Rawal राजनीति में आये हैं और पीएम नरेंद्र मोदी भी परेश रावल के अभिनय के कायल हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। ज़बरदस्त कॉमिक टाइमिंग और अभिनय से फिल्मों में अमिट छाप छोड़ने वाले एक्टर परेश रावल Paresh Rawal का आज जन्मदिन है। उन्हें जल्द महाराष्ट्र सरकार द्वारा राज कपूर अवॉर्ड Raj Kapoor Award से सम्मानित भी किया जाएगाl उन्हें यह पुरस्कार ऑस्कर अकेडमी के अध्यक्ष जॉन बेली के हाथों दिया जाएगाl 30 मई 1950 को मुंबई में जन्में परेश कभी सिविल इंजीनियर की नौकरी पाने के लिए संघर्ष किया करते थे लेकिन आज वो जिस स्तर पर हैं वहां सफलता उनके कदम चूम रही है। आइए जानते हैं परेश रावल के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें।
परेश रावल ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरूआत साल 1984 में फ़िल्म 'होली' से की थी। यह आमिर ख़ान की भी डेब्यू फ़िल्म है। बहरहाल परेश रावल को पहचान मिली 1986 में आयी फ़िल्म 'नाम' से। इसके बाद वह 1980 से 1990 के बीच 100 से भी अधिक फ़िल्मों में विलेन की भूमिका में नजर आए। जिनमें कब्जा, किंग अंकल, राम लखन, दौड़, बाज़ी से लेकर दिलवाले तक एक से बढ़कर एक शानदार फ़िल्में शामिल हैं। इन दिनों लेखिका अरुंधति राय पर किये गए अपने ट्वीट को लेकर विवादों में चल रहे परेश रावल को फ़िल्मों में खलनायकी से पहचान मिली थी। बाद में उन्होंने कॉमेडी से सबके दिलों में राह बनायीं और उसके बाद पॉलिटिक्स में हाथ आजमाने के लिए कूद पड़े।
यह बात भी किसी से नहीं छुपी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर ही परेश राजनीति में आये हैं और पीएम नरेंद्र मोदी भी परेश के अभिनय के कायल रहे हैं। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि परेश रावल एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं और इनके व्यक्तित्व के कई रंग हैं और परेश रावल हर रंग में फिट बैठते हैं। 1994 में आई केतन मेहता की फ़िल्म 'सरदार' में वल्लभ भाई पटेल की एक यादगार भूमिका में नज़र आये थे। इस फ़िल्म के लिए उन्हें देश ही नहीं विदेशों में भी काफी ख्याति मिली थी। उसके बाद 1997 में आयी 'तमन्ना' में उन्होंने एक किन्नर की भूमिका निभाई जिसमें उन्होंने अपने अदाकारी से दर्शकों के साथ-साथ समीक्षकों का भी दिल भी जीत लिया।
यहां से एक कलाकार के रूप में उनका क़द काफी बढ़ गया। साल 2000 के आते-आते 'अंदाज़ अपना अपना' और 'हेरा फेरी' जैसी फ़िल्मों से एक नए परेश का अवतार हुआ। उसके बाद उन्होंने 'फिर हेरा फेरी', 'अतिथि तुम कब जाओगे' जैसी कुछ ज़बरदस्त और कामयाब कॉमेडी फ़िल्में दीं। अनिल कपूर की फ़िल्म 'नायक' में भी परेश ने अपने अभिनय की ज़बरदस्त छाप छोड़ी है। परेश रावल ने एक ब्यूटी क्वीन से शादी की है और उनकी पत्नी का नाम है- स्वरुप संपत। स्वरूप साल 1979 में फेमिना मिस इंडिया रह चुकी हैं। जिनसे उन्हें दो बच्चे हैं- आदित्य और अनिरूद्ध।
'वो छोकरी' और 'सर' इन दोनों ही फ़िल्मों के लिए 1994 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए नेशनल फ़िल्म अवार्ड से सम्मानित परेश रावल को साल 2014 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि 'हेरा फेरी' के लिए परेश फिल्मफेयर पुरस्कार (बेस्ट कॉमेडियन) भी जीत चुके हैं। बहरहाल, परेश रावल अहमदाबाद पूर्व, गुजरात से वर्तमान में सांसद हैं और कई मसलों पर बेबाकी से अपनी बात रखते नज़र आते हैं। पॉलिटिक्स से इतर परेश एक कमाल के अभिनेता हैं। जागरण डॉट कॉम के पाठकों की ओर से परेश रावल को उनके जन्मदिन पर अनेक शुभकामनाएं!
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप