Move to Jagran APP

Exclusive: क्रांति यूं ही नहीं बने बाबा रामदेव, स्वयं रामदेव ने ली ऐसी अग्निपरीक्षा

क्रांति ने बताया कि शो का आॅडिशन काफी टफ लिया गया था। इस शो में हिंदी काफी क्लिष्ठ हिंदी का इस्तेमाल किया गया है।

By Rahul soniEdited By: Published: Fri, 29 Dec 2017 12:47 PM (IST)Updated: Sun, 31 Dec 2017 01:18 AM (IST)
Exclusive: क्रांति यूं ही नहीं बने बाबा रामदेव, स्वयं रामदेव ने ली ऐसी अग्निपरीक्षा
Exclusive: क्रांति यूं ही नहीं बने बाबा रामदेव, स्वयं रामदेव ने ली ऐसी अग्निपरीक्षा

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अजय देवगन ने लंबे समय से यह घोषणा की थी कि वह जल्द ही रामदेव पर टीवी सीरिज लेकर आ रहे हैं जिसका नाम स्वामी रामदेव एक संघर्ष है। पिछले दिनों ख़बर आयी थी कि नमन जैन इस सीरिज में रामदेव के बचपन के किरदार को निभाने जा रहे हैं। अब नयी ख़बर यह है कि इस ख़बर से भी पर्दा उठ चुका है कि इस शो में रामदेव की भूमिका में क्रांति प्रकाश झा नज़र आने वाले हैं। 

loksabha election banner

क्रांति प्रकाश झा ने इससे पहले एमएस धोनी में काम किया है और उन्होंने धोनी के दोस्त के रूप में अहम भूमिका निभाई थी। क्रांति ने राम लीला, टैगोर की कहानियां व कई फिल्मों में अभिनय किया है। क्रांति बिहार से ताल्लुक रखते हैं। अजय देवगन ने इस बारे में बातचीत में कहा है कि हमें हमेशा से इस किरदार के लिए कोई फ्रेश चेहरा चाहिए था, साथ ही ऐसा जो कि रियल लाइफ स्वामी रामदेव के चेहरे से बिल्कुल मेल खाता हो। चूंकि किसी भी रियल लाइफ किरदार को निभाना इतनी आसान बात नहीं होती है। लेकिन मुझे खुशी है कि क्रांति इसके लिए तैयार हुए, और मुझे यकीन है कि वह बेहतरीन परफॉरमेंस देंगे। क्रांति ने जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत में कहा कि उनके लिए यह किसी सपने के पूरा होने से कम अनुभव नहीं है। इस शो का प्रसारण डिस्कवरी चैनल पर होगा।

कैसे बने रामदेव

क्रांति ने बताया कि सेलेक्शन का जो प्रोसेस होता है, वही था। मैंने आॅडिशन दिये थे। लेकिन मुझे काफी लंबे समय तक कोई रिस्पांस नहीं मिला था। लेकिन बाद में मेरा फिर से आॅडिशन लिया गया। इसके बाद मेरा लुक टेस्ट भी हुआ था। उस वक्त मुझे लगता है कि उन लोगों को पसंद आ गया था मेरा लुक। फिर आगे की प्रक्रिया शुरू हुई।

स्वामी रामदेव के साथ बिताया काफी वक्त

क्रांति बताते हैं कि उनके लिए यह बेहद जरूरी था कि उन्हें रामदेव के साथ जाकर वक्त बिताना पड़ा। वह कहते हैं कि उनके मैनेरिज्म को समझना जरूरी होता है। खासतौर से ऐसे व्यक्ति के मैनेरिज्म को, जो कि बिल्कुल लीजेंड हैं और उनकी छवि इतनी बड़ी हो। क्रांति ने पंतजलि में काफी लंबा समय बिताया और फिर इसके बाद रामदेव की मैनेरिज्म को और उनकी गतिविधियों को समझने की कोशिश की है। क्रांति ने बताया कि वह अब भी इसमें लगे हुए हैं कि रामदेव के किरदार को निभाने में वह कोई कसर न छोड़ें। वह हर बारीकियों को करीब से देखने की और उन्हें इनेक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। अजय सर का साथ क्रांति ने बताया कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्हें अजय देवगन के प्रोडक्शन के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। हालांकि अब तक मुलाकात नहीं हो पायी है। लेकिन उन्होंने काफी विशेस दी हैं। उनकी फिल्म की शूटिंग चल रही है। लेकिन उन्होंने काफी सपोर्ट किया है। खास बात यह है कि सब्जेक्ट को चुन कर ही उन्होंने एक अलग लीक से हट कर शो तैयार करने की कोशिश की है।

रामदेव से ऐसी हुई मुलाकात

क्रांति बताते हैं कि जब बाबा रामदेव से मिले तो बाबा रामदेव ने हमारा इंट्रोक्शन ही ऐसा दिया कि उन्होंने मेरी परीक्षा ली। उन्होंने यह जांचने परखने की कोशिश की कि मैं रामदेव को जानता कितना हूं। मैं उनके विचारों के बारे में कितना जानता हूं। उन्होंने दो भागों में परीक्षा ली। चूंकि योग उनके जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा है। तो उन्होंने उस अनुसार परीक्षा ली। योग वाले भाग में मुझे 8 अंक मिले और इंटरव्यू वाले हिस्से में भी अच्छे अंक मिले। तब जाकर उन्होंने कहीं हरी झंडी दिखायी थी। उन्होंने विश्वास दिखाया और आगे बढ़ा।

यह भी पढ़ें: बॉलीवुड में हुई एक और गुपचुप शादी, सच्चाई जानकर दंग रह जाएंगे

सपने को मुमकिन करने का नाम रामदेव

क्रांति कहते हैं कि जैसा कि डिस्कवरी चैनल का टैगलाइन भी है कि हर सपने को मुमकिन किया। कुछ इसी तरह की कहानी बाबा रामदेव की भी रहती है। बाबा रामदेव ने भी योग के लिए, मानवता के लिए जो विजन देखा था। तो शो इसी बारे में है कि वास्तविक कहानी है कि कैसे कोई आदमी बचपन में ही योग का विश्व स्तर पर प्रचार कर सकता है। बाबा को अब तक जितना भी टीवी पर दिखाया गया है। वह सिर्फ असली कहानी नहीं है। शो में उनकी असली कहानी को दिखाने की कोशिश है। उनके जो संघर्ष रहे, जातिवाद रहे, हरिद्वार आये थे तो क्या हुआ था।लोग अंधविश्वास में थे तो कैसे उसका सामना किया। रामदेव की पुरुषार्थ की कहानी है।

कठिन है किरदार

क्रांति ने बताया कि शो का आॅडिशन काफी टफ लिया गया था। इस शो में हिंदी काफी क्लिष्ठ हिंदी का इस्तेमाल किया गया है। तो कई बार उच्चारण का ध्यान रखना पड़ा है। बाबा काफी अदभूत संस्कृत बोलते हैं तो उसका ध्यान रखना कठिन है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.