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बांग्लादेशी क्रिकेटर ने काली पूजा में जाने के लिए मांगी माफ़ी तो भड़कीं कंगना रनोट, पूछा- मंदिरों से इतना डरते क्यों हो?

शाकिब कोलकाता के काकुरगाची में काली पूजा मंडप के उद्घाटन समारोह में गये थे जिसका क्रिकेटर के फैंस ने जमकर विरोध किया था। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार शाकिब ने वीडियो के ज़रिए अपने एक्शन के लिए माफ़ी मांगी है।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 11:28 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 09:12 PM (IST)
बांग्लादेशी क्रिकेटर ने काली पूजा में जाने के लिए मांगी माफ़ी तो भड़कीं कंगना रनोट, पूछा- मंदिरों से इतना डरते क्यों हो?
कंगना रनोट ने अब चुभते हुए सवाल पूछे हैं। फोटो- इंस्टाग्राम

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट ने बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन को ट्रोल करने वालों को आड़े हाथों लिया है। बांग्लादेशी क्रिकेटर कोलकाता में काली पूजा मंडप के उद्घाटन में शामिल हुए थे, जिसका विरोध होने पर शाकिब ने माफ़ी मांगी है। कंगना ने माफ़ी की ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए इसका विरोध करने वालों से चुभते सवाल पूछे हैं।

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कंगना ने ट्वीट करके पूछा कि ऐसे लोग मंदिरों से इतना क्यों डरते हैं। हम तो सारी उम्र मस्जिद में बिता दें, फिर भी राम नाम कोई दिल से नहीं निकाल सकता। ख़ुद की इबादत पर भरोसा नहीं या अपना ही हिंदू अतीत तुम्हें मंदिरों की ओर आकर्षित करता है? पूछो ख़ुद से। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शाकिब कोलकाता के काकुरगाची में काली पूजा मंडप के उद्घाटन समारोह में गये थे, जिसका क्रिकेटर के फैंस ने जमकर विरोध किया था। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार शाकिब ने अपने एक्शन के लिए माफ़ी मांगते हुए कहा- मैं यह कहकर शुरू करना चाहता हूं कि मुझे मुस्लिम होने पर गर्व है और अपने मज़हब का मैं शिद्दत से पालन करने की कोशिश करता हूं। ग़ल्तियां होती हैं, जो जीवन का हिस्सा हैं। मैंने अगर भूल की है तो मैं माफ़ी मांगता हूं और मैंने आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो उसके लिए भी माफ़ी मांगता हूं। शाकिब ने काली पूजा उद्घाटन में शामिल होने की ख़बरों को ग़लत बताते हुए कहा कि वो वहां एक फेलिसिटेशन कार्यक्रम में हिस्सा लेने गये थे। 

'गुलामों जैसी ज़िंदगी से तंग आ गयी हूं'

कंगना सोशल मीडिया के ज़रिए मुखरता के साथ मुद्दों पर अपनी बात रख रही हैं। कंगना ने ट्रूइंडोलॉजी नाम के ट्विटर एकाउंट को सस्पेंड किये जाने का विरोध करते हुए ट्वीट किया- अपने ही देश में गुलामों की तरह व्यवहार किये जाने से तंग आ गयी हूं। हम अपने त्योहार नहीं मना सकते। सच नहीं बोल सकते और अपने पूर्वजों को डिफेंड नहीं कर सकते।आतंकवाद की भर्त्सना नहीं कर सकते। ऐसी शर्मनाक गुलामों की ज़िंदगी का क्या फायदा, जिसका नियंत्रण अंधेरे के पहरेदारों के हाथों में हो।

बता दें कि एक आईपीएस ऑफ़िसर की शिकायत पर ट्विटर ने ट्रूइंडोलॉजी नाम का ट्विटर एकाउंट सस्पेंड कर दिया है। इसे वापस लाने के लिए ट्विटर पर #BringBackTrueIndology ट्रेंड किया जा रहा है।


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