ईशान ख़ट्टर की फ़िल्म 'पिप्पा' का फ़र्स्ट लुक जारी, 1971 के भारत-पाक युद्ध से निकली जांबाज़ी की एक और कहानी
Pippa First Look ईशान खट्टर अभिनीत इस फ़िल्म का पहला शेड्यूल अमृतसर में शुरू कर दिया गया है। फ़िल्म का फ़र्स्ट लुक ईशान खट्टर ने सोशल मीडिया में शेयर किया है जिसमें ईशान एक टैंक पर चढ़े हुए नज़र आ रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ 1971 का युद्ध बॉलीवुड फ़िल्मकारों के लिए कहानियों की खदान है। इस युद्ध की पृष्ठभूमि पर कई फ़िल्में आ चुकी हैं और यह सिलसिला जारी है। अब शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर 1971 के युद्ध से निकली एक कहानी में नज़र आएंगे। फ़िल्म का नाम है पिप्पा, जिसका फ़र्स्ट लुक बुधवार को जारी किया गया और इसके साथ ही एलान हुआ शूटिंग शुरू होने का।
ईशान खट्टर अभिनीत इस फ़िल्म का पहला शेड्यूल अमृतसर में शुरू कर दिया गया है। फ़िल्म का फ़र्स्ट लुक ईशान खट्टर ने सोशल मीडिया में शेयर किया है, जिसमें ईशान एक टैंक पर चढ़े हुए नज़र आ रहे हैं। पिप्पा टाइटल के साथ 1971: ए नेशन कम्स ऑफ एज टैगलाइन लिखी है। शूटिंग का पहला शेड्यूल अमृतसर में चल रहा है। शूटिंग का श्रीगणेश ब्रिगेडियर मेहता ने ख़ुद क्लैप देकर किया, जिनका किरदार ईशान निभा रहे हैं। पिप्पा का निर्देशन राजा कृष्ण मेनन कर रहे हैं, जबकि निर्माण आरएसवीपी और रॉय कपूर कर रहे हैं।
पिप्पा एक्शन से भरपूर पहली ऐसी वार फ़िल्म है, जो दिग्गज फौजी ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की किताब 'द बर्निंग चाफीज़' (The Burning Chaffees) पर आधारित है। फ़िल्म का संगीत एआर रहमान रहे रहे हैं। 'पिप्पा' में ईशान खट्टर ब्रिगेडियर मेहता के किरदार में नजर आएंगे, जो 45वीं कैवलरी टैंक स्क्वॉड्रन का हिस्सा रहे थे। उन्होंने अपने भाई बहनों के साथ 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्व की ओर से मोर्चा संभाला था। इस युद्ध के बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ था। फ़िल्म के केंद्र में लोकप्रिय वार टैंक है, जिसे प्यार से 'पिप्पा' बुलाया जाता था। पिप्पा (कुछ जगहों पर पीपा) घी के खाली डब्बे को कहते हैं।
(निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर और निर्देशक राजा कृष्ण मेनन के साथ ब्रिगेडियर बलराम सिंह। फोटो-पीआर)
पिप्पा में ईशान खट्टर के अलावा मृणाल ठाकुर, प्रियांशु पेन्युली और सोनी राजदान अहम भूमिकाओं में नज़र आयेंगे। अगर 1971 युद्ध की बात करें तो बॉर्डर, द ग़ाज़ी अटैक और भुज- द प्राइड ऑफ इंडिया जैसी फ़िल्मों की कहानियां इसी युद्ध से निकली हैं।