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Irrfan Khan के परिवार का इमोशनल स्टेटमेंट, 'जहां दफ़्न हुए इरफ़ान, वहां लगाएंगे रात की रानी का पेड़'

Irrfan Khan Family Statement हमारी ज़िंदगी एक्टिंग की मास्टर क्लास रही है। इसलिए डॉक्टर्स की रिपोर्ट स्क्रिप्ट की तरह थीं जिन्हें मैं परफेक्ट करना चाहता था।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 04:56 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 11:34 AM (IST)
Irrfan Khan के परिवार का इमोशनल स्टेटमेंट, 'जहां दफ़्न हुए इरफ़ान, वहां लगाएंगे रात की रानी का पेड़'
Irrfan Khan के परिवार का इमोशनल स्टेटमेंट, 'जहां दफ़्न हुए इरफ़ान, वहां लगाएंगे रात की रानी का पेड़'

नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा के बेहतरीन एक्टर्स में से एक इरफ़ान ख़ान का निधन बुधवार को हो गया था। उसी दिन उन्हें मुंबई के वर्सोवा कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ख़ाक किया गया। इरफ़ान के जाने का दुख पूरा देश मना रहा है। उनके फैंस और जानने वाले परिवार को सांत्वना देने के साथ इस बेहतरीन कलाकार को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 

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अब इरफ़ान के ट्विटंर एकाउंट से उनके परिवार की तरफ़ से एक इमोशनल संदेश पोस्ट किया गया है। यह संदेश उनकी पत्नी सुतपा सिकदर, बेटे बाबिल और अयान की तरफ़ से लिखा गया है। इस नोट को सुतपा ने इरफ़ान ख़ान की परफेक्शन के लिए चाहत से जोड़ते हुए लिखा है और उनके इलाज के क्रम में जिन डॉक्टरों ने मदद की, उनका शुक्रिया अदा किया गया है। नोट की शुरुआत में लिखा गया है- मैं इसे एक फैमिली स्टेटमेंट के तौर पर कैसे लिख सकती हूं, जबकि पूरी दुनिया इसे निजी दुख मान रही है।

नोट को इरफ़ान के अंदाज़ में आगे बढ़ाते हुए लिखा गया है कि हमारी ज़िंदगी ड्रामाटिक रही है। इसलिए जब एक अनचाहे मेहमान (न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर) की एंट्री हुई, तब तक मैंने इस कोलाहल में एक लय ढूंढ ली थी। इसलिए उस ताल और लय पर नाचना सीख लिया था। दिलचस्प यह है कि हमारी ज़िंदगी एक्टिंग की मास्टर क्लास रही है। इसलिए डॉक्टर्स की रिपोर्ट स्क्रिप्ट की तरह थीं, जिन्हें मैं परफेक्ट करना चाहता था। इसलिए उन डिटेल्स को कभी मिस नहीं किया, जो परफॉर्मेंस के लिए ज़रूरी थीं।

नोट में इरफ़ान की ओर से दोनों बेटों के लिए नसीहत भी दी गयी है। बाबिल के लिए लिखा है कि अनिश्चितता के नाच के आगे सरेंडर करना सीखें और यूनिवर्सल फोर्स पर भरोसा करें। अयान के लिए लिखा गया है- अपने मस्तिष्क को नियंत्रित करना सीखें, मस्तिष्क को ख़ुद पर हावी ना होने दें। अंत में कहा गया है कि आंसू बहेंगे, जब उनके दफ्न होने की जगह पर उनका फेवरिट रात की रानी का पौधा लगाएंगे। इसमें वक़्त लगेगा, मगर एक दिन इसकी ख़ुशबू उन सभी तक पहुंचेगी, जो उनके फैन नहीं अब परिवार हैं।

न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का पता चलने के बाद इरफ़ान इलाज के लिए लंदन चले गये थे। उन्होंने इस बीच अपनी आख़िरी फ़िल्म अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग पूरी की, जो इसी साल 13 मार्च को रिलीज़ हुई थी। 


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