यौन उत्पीड़न के लगे आरोपों पर अनु मलिक ने तोड़ी चुप्पी, बयां किया अपना दर्द
Anu Malik Writes Long Note On Harassment Allegations म्यूजिक कंपोजर अनु मलिक ने अपने खिलाफ लगाए गए यौन दुराचार के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है।
नई दिल्ली, जेएनएनl गायक संगीतकार अनु मलिक ने ट्विटर पर एक लंबी पोस्ट शेयर की हैl इसमें उन्होंने अपने आपको यौन उत्पीड़न के आरोपों को गलत बताकर खुद को निर्दोष बताया है। अनु मलिक को कुछ महीने पहले इंडियन आइडल में जज के रूप में वापिस लाया गया है। म्यूजिक कंपोजर अनु मलिक ने अपने खिलाफ लगाए गए यौन दुराचार के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है।
अनु मलिक ने इस मामले में खुद को बेगुनाह बताया हैl ऐसा कर उन्होंने एक लंबा नोट शेयर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। नोट में उन्होंने लिखा कि किस तरह उनकी खामोशी को कमजोरी माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपों के कारण उनके परिवार को सदमा लगा है और उनके करियर को कलंकित किया है।
अनु मलिक ने यह भी पूछा कि इतने समय के बाद यह आरोप अब क्यों आ रहे हैं और उन्होंने आरोप लगाने वालों को चेतावनी दी है कि वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
pic.twitter.com/v7T8kIhsiA— Anu Malik (@The_AnuMalik) November 14, 2019
अनु मलिक ने लिखा है, ‘एक वर्ष से अधिक हो गया है मुझ पर कुछ ऐसे आरोप लगाये गये है जिसे मैंने किया ही नहीं है। मैं इस दौरान चुप रहा हूं क्योंकि मैं सच्चाई का इंतजार कर रहा था लेकिन मुझे एहसास है कि इस मामले पर मेरी चुप्पी को मेरी कमजोरी के रूप में गलत समझा गया है। जब से मेरे खिलाफ झूठे और गलत आरोप लगाए गए, इसने न केवल मेरी प्रतिष्ठा को बर्बाद किया है, बल्कि मुझे और मेरे परिवार को मानसिक रूप से प्रभावित किया है, हमें आघात पहुंचाया है, और मेरे करियर को कलंकित किया है।'
अनु मलिक ने यह भी कहा, 'मैं खुद को असहाय महसूस कर रहा हूं, मुझे घुटन महसूस हो रही है। यह शर्मनाक है कि उम्र के इस पड़ाव पर मुझे अपमानित होना पड़ा रहा है। यह पहले क्यों नहीं बोला गया? जब मैं टेलीविजन पर आता हूं, तो ये आरोप फिर से क्यों शुरू हो जाते हैं, जबकि मेरी आजीविका का एकमात्र स्रोत यहीं हैl दो बेटियों के पिता होने के नाते, मैं उन कृत्यों को करने की कल्पना भी नहीं कर सकता, जिनका मुझ पर आरोप लगाया गया हैंl सोशल मीडिया पर लड़ाई लड़ना एक अंतहीन प्रक्रिया है, जिसके अंत में कोई नहीं जीतता।
अनु मलिक ने आगे कहा, 'आगे भी अगर यह जारी रहा, तो मेरे पास खुद को बचाने के लिए अदालतों के दरवाजे खटखटाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं रह जाता। मैं अपने शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जो इस अंधेरे दौर में मेरे और मेरे परिवार के साथ रहे। मुझे नहीं पता कि मैं और मेरे परिवार की कितनी बदनामी हुई है। इस खुशहाल चेहरे के पीछे दर्द है। मैं अंधेरे में हूं और मुझे न्याय चाहिए।’