Coronavirus Effect: कोरोना वायरस के बाद बदल जाएगी फ़िल्म इंडस्ट्री, जानें- क्या कहते हैं फ़िल्ममेकर्स
उम्मीद लगाई जा रही है कि लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स ओर तेजी से अपने कदम बड़ा सकते हैं। फ़िल्मों के बनाने का नज़रिया भी बदल सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Coronavirus Effect: कोरोना वायरस की वजह से 17 मई तक देश में लॉकडाउन है। यह लॉकडाउन अगर ख़त्म हो जाता है, तो सब कुछ तुंरत नहीं बदलने वाला है। कोरोना वायरस की वजह से लोगों को व्यवहार में बदलाव हो सकता है। फ़िल्मी दुनिया भी इससे अछूती नहीं है। उम्मीद लगाई जा रही है कि लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स ओर तेजी से अपना कदम बढ़ा सकते हैं। फ़िल्मों के बनाने का नज़रिया भी बदल सकता है।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए 'दंगल' फ़िल्म के निर्देशक नितेश तिवारी ने कहा, 'कुछ बदलनी चाहिए। जैसे कि आपको आमने-सामने मुलाकात करने की जरूरत नहीं है। अगर मैं लेखकों के साथ काम कर रहा हूं, तो मुझे उनसे रोज मिलने की जरूरत नहीं है। हफ्ते में एक दिन मिल सकते हैं, बाकि दिन वीडियो कॉल पर बातचीत कर सकते हैं।'
उन्होंने आगे बताया,'अगर मैं अपनी फ़िल्म का प्री-प्रोडक्शन कर रहा हूं, तो इस दौरान में वीडियो कॉल को तरज़ीह दूंगा। अगर मुझे अपने एक्टर्स के साथ कुछ शेड्यूल करने की जरूरत पड़ती है, तो वह भी मैं वीडियो कॉल के लिए जरिए ही कर सकता हूं।' गौरतलब है कि नितेश हाल ही में अमिताभ बच्चन के केबीसी प्रोमो का निर्देशन किया है। इस पर अमिताभ बच्चन का भी बयान सामने आ चुका है। उन्होंने बताया है कि शूटिंग के दौरान सभी प्रकार की सावधानियां बरती गई हैं।
कुछ दिनों पहले ही निर्देशन अनुराग बुस ने भी कोरोना वायरस के बाद फ़िल्म को लेकर आने वाले बदलाव अपने विचार रखे थे। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहते हैं, 'सिनेमा और एंटरटेनमेंट की दुनिया को प्री-कोरोना और पोस्ट-कोरोना के रूप में परिभाषित किया जाएगा। कहानी कहने का तरीका बदलेगा। कुछ लोग हैं, जिन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की आदत लग चुकी है।' अनुराग का मानना है कि दर्शक भी इस लॉकडाउन के बाद काफी बदल जाएंगे। उनके व्यवहार और नज़रिए बदल जाएगा।