Birthday Special: खामोश...शत्रुघ्न सिन्हा के ये फेमस डायलॉग भी आपको पढ़ना जरूरी है!
Happy Birthday Shatrughan sinha अपनी आवाज और डायलॉग्स बोलने के अंदाज से बॉलीवुड में खास जगह बनाने वाले शत्रुघ्न सिन्हा का आज जन्मदिन है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड फिल्मों में जब फेमस डायलॉग्स की बात आती है तो 'खामोश...' जरूर आता है। वहीं अगर खामोश की बात आती है तो हमेशा शत्रुघ्न सिन्हा जरूर याद आते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा का डायलॉग बोलने का स्टाइल किसी भी डायलॉग में जान डाल देता था। ऐसे ही कई डायलॉग हैं, जिनकी फिल्मों को भले ही लोग भुल गए हो, लेकिन अभी तक इन डायलॉग्स को याद रखे हुए हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा ने एक ही नहीं कई ऐसे डायलॉग है, जिनके बोलने पर तालियां बजने लगती थीं। इसमें विलेन के रुप में बोले गए डायलॉग्स ज्यादा फेमस हैं और ये हमेशा याद रखे जाएंगे। उनका वर्ल्ड फेमस डायलॉग है - ख़ामोश! अपने हाथों को जिस अंदाज़ में हवा में घुमाकर शत्रुघ्न यह डायलॉग बोलते थे, लोग आज भी इन्हें याद करते हैं। ऐसे में जानते हैं उनके फेमस डायलॉग्स कौन-कौन से हैं...
1. पहली ग़लती माफ़ कर देता हूं...दूसरी बर्दाश्त नहीं करता (असली नकली)
2. जब दो शेर आमने सामने खड़े हों तो भेड़िये उनके आस पास नहीं रहते (बेताज बादशाह)
3. जली को आग कहते हैं, बुझी को राख कहते हैं... जिस राख से बारूद बने उसे विश्वनाथ कहते हैं (विश्वनाथ)
4. अमीरों से गरीबों की हड्डियां तो चबाई जा सकती हैं... उनके घर की रोटियां नहीं (हमसे ना टकराना)
5. जिसके सर पर तुझ जैसे दोस्त का साया हो, उसके लिए बनकर आई मौत, उसके दुश्मनों की मौत बन जाती है (नसीब)
6. आज कल जो जितना ज्यादा नमक खाता है, उतनी ही ज्यादा नमक हरामी करता है। (असली- नकली)
7. मैं तेरी इतनी बोटियां करूंगा कि आज गांव का कोई भी कुत्ता भूखा नहीं सोएगा। (जीने नहीं दूंगा)
8. आज के जमाने में तो बेईमानी ही एक ऐसा धंधा रह गया है, जो पूरी ईमानदारी के साथ किया जाता है। (कालीचरण)
9. अपनी लाशों से हम तारीखें आबाद रखें, वो लड़ाई हो अंग्रेज जिससे याद रखे। (क्रांति)
10. आप आग के पास रहकर शांत नहीं हैं और हम दिल में आग रखकर भी शांत हैं।