Happy Birthday Shatrughan Sinha: विलेन बनकर भी हीरो बन गए थे शत्रुघ्न सिन्हा, इसलिए बने राजनेता
Happy Birthday Shatrughan Sinha आज बॉलीवुड के शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा का जन्मदिन है। ऐसे में जानते हैं शत्रुघ्न सिन्हा के जीवन से जुड़ी वो बातें... जो आप शायद ही जानते होंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। जब भी शॉटगन का नाम आता है तो दिमाग में एक एक्टर की इमेज बन जाती है और वो नाम है शत्रुघ्न सिन्हा। शत्रुघ्न सिन्हा बॉलीवुड के उन एक्टर्स में से एक हैं, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि फिल्म जगत से नहीं थी। हालांकि, फिर भी उन्होंने बॉलीवुड में वो नाम कमाया, जो कमाना आज भी मुश्किल है। सिर्फ सिनेमा के पर्दे पर ही नहीं, बल्कि राजनीति के मंच पर भी शत्रुघ्न शर्मा ने वो कर दिखाया, जो बड़े-बड़े नेता या उनके वंशज नहीं कर पाए। उनके जन्मदिन पर जानते हैं शॉटगन से जुड़ी कई खास बातें...
शत्रुघ्न सिन्हा एक ऐसी जगह से आते हैं, जहां उनके आस-पास कोई भी फिल्मी जगत से जुड़ा व्यक्ति नहीं था। हालांकि, फिर भी उस दौर में उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के दम पर फिल्म पर्दे पर कई साल तक राज किया। खास बात ये है कि शत्रुघ्न शर्मा भले ही विलेन के रुप में उभरे, लेकिन वो उस वक्त के ऐसे विलेन थे, जिनके लिए तालियां बजती थीं। साथ ही थियेटर में लोग शत्रुघ्न का सपोर्ट करते थे और हीरो को पीटने के लिए कहते थे, जो उस वक्त नहीं होता था। उस दौरान विलेन होने की बाद भी फिल्म के पोस्टर शत्रुघ्न सिन्हा की फोटो के साथ बनाए जाते थे।
शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 9 दिसंबर को हुआ था। बिहारी बाबू के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा के पिता एक डॉक्टर थे और उनके चार भाई हैं। इन चार भाइयों का नाम दशरथ के बेटों की तरह राम, लखन, भरत और शत्रुघ्न है। अपनी कड़क आवाज से अपनी छाप छोड़ने वाले शत्रुघ्न ने पटना साइंस कॉलेज से ग्रेजुएट की और उसके बाद अपने दोस्त के बताने पर एफटीआईआई से पढ़ाई की।
अपनी एक्टिंग पर लगन से काम करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा अपने शॉटगन के नाम से मशहूर हुए। उन्हें देवानंद की फिल्म प्रेम पुजारी से ब्रेक मिला, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी मिलिट्री ऑफिसर का किरदार निभाया था। उसके बाद उनकी कई फिल्में आईं और उन्होंने अपनी फिल्मों से लाखों- करोड़ों लोगों का अपना फैन बना लिया। उनकी यादगार फिल्मों में 'मेरे अपने, कालीचरण, विश्वनाथ, दोस्ताना, क्रांति, नसीब, काला पत्थर, लोहा' जैसी फिल्मों का नाम है, जिन्होंने इतिहास रच दिया।
अभिनेता से राजनेता बनने वाले शत्रुघ्न सिन्हा 1991 में बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने राजनीति में आने का फैसला इसलिए किया था, क्योंकि वो उन्हें हीरो बनाने वाले फैंस के लिए कुछ काम करना चाहते थे। ऐसे में फैंस के लिए सामाजिक कार्य के लिए उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। हालांकि, हाल ही में उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ा था।
शत्रुघ्न सिन्हा राज कपूर के दीवाने हैं और वो हमेशा कहते हैं कि वो राज कपूर के दीवाने थे, हैं और हमेशा रहेंगे। हालांकि शॉटगन का ये भी कहना है कि उन्होंने कभी भी राज कपूर को कॉपी नहीं किया, बल्कि अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश की और वो सफल भी हुए। उन्होंने फिल्म रामपुर का लक्ष्मण, बाबुल की गलियां और दो ठग जैसी फिल्मों में विलेन का किरदार निभाया, लेकिन फैंस की नजरों में हीरो बने।