धर्म के नाम पर लोगों को बहकाया जा रहा है- ओमेर्टा मेकर हंसल मेहता
हाल ही में सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया है। अब फिल्म की रिलीज़ डेट को भी बदल दिया गया है।
रूपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। कुख्यात आतंकवादी अहमद ओमर सईद शेख़ पर बनी फिल्म ओमेर्टा के निर्देशक हंसल मेहता ने कहा है कि जिहाद को धर्म के नाम पर जोड़ पर अलग अलग धर्मों के बीच वैमनस्य फैलाने का काम अब भी जारी है और हर तरफ़ से पुरजोर विरोध जारी रहना चाहिए।
हंसल मेहता ने मुंबई में उनकी फिल्म ओमेर्टा प्रमोशन के दौरान एक इंटरव्यू में कहा कि आज जिहाद को धर्म से जोड़ कर लोगों के मस्तिष्क को बहकाया जा रहा है। जिहाद करने के बाद जन्नत मिलने की बात कहकर इसके मूल स्वरूप और सोच को खत्म कर दिया गया है। ग्लोबल आतंकी ओमार सईद के जीवन पर बनी इस फिल्म में राजकुमार राव लीड रोल में हैं। यह आतंकी आज भी पाकिस्तान के जेल में कैद है। ओमार सईद पर कंधार अपहरण और पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या और अपहरण का आरोप है। ओमार सईद को भारत का हवाई जहाज अपहरण कर लिए जाने के बाद उसमें सवार भारतीयों को छोड़ने के बदले तीन आतंकवादियों को छोड़ा गया था, जिसमें से ओमार भी एक था। हंसल मेहता इसके पहले शाहिद और अलीगढ़ जैसी फिल्में बना चुके हैं। जो कि फिल्म समीक्षकों को तो पसंद आई थी।
हाल ही में सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया है। अब फिल्म की रिलीज़ डेट को भी बदल दिया गया है। ये फिल्म पहले 20 अप्रैल को रिलीज़ होने वाली थी लेकिन अब ये चार मई को रिलीज़ होगी, जिस दिन अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की 102 नॉट आउट रिलीज़ की जा रही है। हंसल मेहता का इससे पहले भी कई बार सेंसर के साथ टकराव हो चुका है और उन्होंने पहले कहा था कि वो इस फिल्म में एक भी कट नहीं लगने देंगे। हंसल ने कहा था कि वो जानते हैं कि सेंसर के साथ इस फिल्म को लेकर सर्टिफिकेट पाना आसान नहीं होगा क्योंकि इस फिल्म में हिंसा और सख्त शब्दों का इस्तेमाल है।
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