गोविंदा की ऑटोबायोग्राफी कब आएगी, रणवीर सिंह क्यों निभा सकते उनका बायोपिक रोल, जानें खुद गोविंदा से
गोविंदा की फिल्म रंगीला राजा जल्द रिलीज होगी। इससे पहले वे फ्रायडे में नजर आए थे।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। गोविंदा ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में लंबा दौर देखा है। एक दौर में उनकी सारी फिल्में कामयाब हो रही थीं और वह जम कर काम करते थे। एक साथ चार शिफ्ट में काम करते थे। उन्होंने अपनी जर्नी जहां से शुरू की वह भी बेहद खास रही। मुंबई के विरार इलाके से एक सामान्य घर का लड़का बॉलीवुड में स्टार बना।
ऐसे में क्या गोविंदा ने सोच रखा है कि वह कभी भी अपनी आत्मकथा लिखेंगे। गोविंदा ने इस सवाल के जवाब में कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है कि अगर उन्होंने कभी जीवनी लिखी तो काफी लोग नाराज भी होंगे। फिलहाल अभी उसका वक़्त भी नहीं आया है। गोविंदा को लगता है कि जब वह 59 के हो जाएंगे तब इस विषय पर सोचेंगे। हालांकि अब तक उनके पास कई लोगों के ऑफर तो आए कि वे मुझ पर किताब लिखना चाहते हैं, लेकिन मैंने हामी नहीं भरी है। गोविंदा का कहना है कि मेरी किताब की शुरुआत मेरी मां से करूंगा। उनके बिना चूंकि मैं कुछ भी नहीं, इसलिए इतना जानता हूं कि जब भी लिखूंगा अपनी किताब मां से शुरू करूंगा। इसके बाद जो लिखूंगा सच लिखूंगा। मेरी जिंदगी का आध्यात्म एक अहम हिस्सा है, लेकिन इसको कभी नहीं बेचूंगा। उसके बारे में किताब में नहीं होगा।
यह पूछे जाने पर कि अगर कभी उन पर बायोपिक फिल्म बने तो उन्हें क्या लगता है कि कौन सा एक्टर किरदार के साथ न्याय कर सकता है। गोविंदा जवाब में कहते हैं कि उन्हें लगता है कि रणवीर सिंह ही उनका रोल सही से कर सकते हैं, क्योंकि उनमें उनको वो ऊर्जा नजर आती है। और वह रणवीर को बहुत प्यार भी करते हैं। साथ ही वह कहते हैं कि फ्राइडे में उन्होंने वरुण शर्मा के साथ काम किया तो उन्होंने महसूस किया कि वरुण गोविंदा के मैनरिज्म को अच्छे से पकड़ सकते हैं तो वरुण भी उनके लिए सही मैच साबित होंगे। फिलहाल गोविंदा ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह हाल के दिनों में तो कुछ भी लिखने नहीं जा रहे हैं। बता दें कि जल्द ही उनकी फिल्म रंगीला राजा रिलीज होने हा रही है।
यह भी पढ़ें: प्रियंका चोपड़ा, निक जोनास और यह किड, तो यह है माजरा
यह भी पढ़ें: पहलाज पर गिरी है गाज, रंगीला राजा सेंसर में अटकी, निकाली भड़ास